गोरखपुर में कोरोना संक्रमण का घट रहा दायरा, एक दिन में मिले मात्र 57 नए मरीज Gorakhpur News
गोरखपुर में कोरोना 24 घंटे में सिर्फ 57 नए संक्रमित मिलने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। बीआरडी मेडिकल कालेज में पांच मरीजों की मौत हो गई। इसमें दो गोरखपुर के थे। हलांकि स्वास्थ्य विभाग ने आठ मौतों की सूचना जारी की है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर में कोरोना का दायरा घट रहा है। 24 घंटे में सिर्फ 57 नए संक्रमित मिलने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। इसमें 20 लोग शहर के हैं। मंगलवार को बीआरडी मेडिकल कालेज में पांच मरीजों की मौत हो गई। इसमें दो गोरखपुर के थे। पुरानी मौतें पोर्टल पर अपडेट होने से स्वास्थ्य विभाग ने आठ मौतों की सूचना जारी की है।
जिले में केवल 1250 सक्रिय मरीज
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि जिले में अब तक 58918 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 56953 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 715 की मौत हो चुकी है। 1250 सक्रिय मरीज हैं। उन्होंने लोगों से बचाव की अपील की है। बीआरडी मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड में गोरखपुर के झंगहा व खोराबार निवासी एक-एक व्यक्ति भर्ती थे। मंगलवार को उनकी मौत हो गई। उनकी उम्र क्रमश: 75 व 52 वर्ष थी। इसी वार्ड मं भर्ती महराजगंज के दो व कुशीनगर के एक व्यक्ति ने आखिरी सांस ली। उनकी उम्र क्रमश: 65, 46 व 38 वर्ष थी।
एंटीजन निगेटिव आने के बाद भी लक्षण हैं तो दवा खानी होगी
एंटीजन की रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी यदि लक्षण हैं तो उसे कोरोना की दवा दी जाए, साथ ही रीयल टाइम पालीमरेज चेन रियेक्शन (आरटीपीसीआर) जांच रिपोर्ट आने तक ऐसे मरीजों को होम आइसोलेशन में ही रखा जाए। उन्हें दूसरे जिले या राज्य में जाने पर रोक लगाई जाए।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने दिया निर्देश
यह निर्देश अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को दिया है। जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी केएन बरनवाल ने बताया कि पत्र में यह भी कहा गया है कि उन व्यक्तियों की आरटीपीसीआर जांच पुन न की जाए जो एंटीजन या आरटीपीसीआर जांच में कोविड पाजिटिव हो चुके हैं। जो मरीज होम आइसोलेशन के बाद स्वस्थ हो चुके हैं उनकी दोबारा कोविड जांच कराने की आवश्यकता नहीं है।
लक्षण युक्त व्यक्तियों को दूसरे जिलों व राज्यों में भ्रमण से रोकना है। दूरस्थ क्षेत्रों में एंटीजन जांच के लिए बूथ बनाने के भी निर्देश मिले हैं। जांच के विवरण में टीकाकरण की स्थिति को दर्ज किया जाना है और प्रत्येक एंटीजन जांच का विवरण पोर्टल पर भी अपडेट करने का दिशा-निर्देश मिला है। अगर कोई व्यक्ति बुखार, खांसी, सिरदर्द, गले में खराश, सांस फूलने, स्वाद एवं गंध जाने, कमजोरी और डायरिया जैसे लक्षणों से ग्रसित है तो उसे कोविड-19 के रोगी जैसा ही समझना है। जब तक की आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट निगेटिव न आ जाए।