Move to Jagran APP

#Naxal_attack : भांजी की शादी में आने का वचन नहीं पूरा पाए दंतेश्‍वर, शादी के नौ दिन पहले हो गए शहीद

दंतेवाड़ा में नक्‍सली हमले में शहीद जवान भांजी शादी में आने का वादा कर गए थे। घर वाले उनके आने का इंतजार कर रहे थे लेकिन वह नहीं उनके शहीद होने की खबर आयी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 11 Apr 2019 12:29 PM (IST)Updated: Fri, 12 Apr 2019 09:33 AM (IST)
#Naxal_attack : भांजी की शादी में आने का वचन नहीं पूरा पाए दंतेश्‍वर, शादी के नौ दिन पहले हो गए शहीद
गोरखपुर, जेएनएन। दंतेवाड़ा में नक्‍सली हमले में शहीद हुए दंतेश्वर मौर्य एक माह पहले ही घर आए थे। 18 अप्रैल को भांजी की होने वाली शादी की तैयारी के बारे में घर के सदस्यों के साथ बैठ कर विचार-विमर्श किया था और छुट्टी लेकर शादी में आने का वादा कर गए थे। घर वाले उनके आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन वह नहीं उनके शहीद होने की खबर आयी।
घर में मचा कोहराम
देर रात छोटे भाई के शहीद होने की खबर जब बड़े भाई ने सिधुआपार गांव में आवास पर दी तो कोहराम मच गया। शहीद की पत्नी मीनाक्षी बदहवास हो गयी, मां को बेसुध देख सात वर्षीय बेटा आग्रह मौर्य भी रोने लगा। आसपास के लोग पहुंचे तो एकबारगी समझ नहीं पाए कि क्या हो गया, लेकिन जब पता चला तो सभी स्तब्ध रह गए। शहीद की पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है, रह-रह कर वह बेहोश हो जा रही है। उसे विश्वास ही नहीं हो रहा पति इस दुनिया में नहीं हैं। बेटा भी लगातार पापा-पापा की रट लगाए रोए जा रहा है।

खबर पाकर उल्टे पांव लौटी शहीद की मां कलावती देवी भी बेसुध पड़ी है। वह अपनी बेटी की पुत्री की शादी में शामिल होने महाराजगंज जनपद के फरेंदा तहसील के कमरिया बुजुर्ग गांव गयी थीं। पूरे गांव में मातम छाया है। दंतेश्वर मूल रूप से गगहा थाना क्षेत्र के माहोपार गांव निवासी थे। पिता रामानुज मौर्य की मृत्यु पहले ही हो चुकी है। सिधुवापार में आवास बना रखा है, जहां मां, पत्नी व बच्चे रहते हैं।
2006-2007  में छत्तीसगढ़ में हुए थे तैनात

दंतेश्वर की तैनाती 2006-07 में छत्तीसगढ़ पुलिस में हुई थी। वे कमांडो की ट्रेङ्क्षनग भी लिए थे। उनके बड़े भाई योगेंद्र मौर्य भी छत्तीसगढ़ के सुकमा में पुलिस विभाग में तैनात हैं। छोटे भाई के शहीद होने की खबर सबसे पहले उन्हें ही मिली और फिर उन्होंने बड़हलगंज में आवास पर फोन कर बताया।
घर पर पहुंचे अधिकारी
जवान के शहीद होने की खबर पर उप जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी सतीश चंद्र शुक्ल, कोतवाल चंद्रभान सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने घर पर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी।

शहीद का शव पहुंचा
इस बीच गुरुवार को दोपहर करीब दो बजे शहीद का शव उसके घर पहुंच गया। डीएम की उपस्थिति में शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
शिक्षकों ने जताया शोक
शहीद जवान दंतेश्वर मौर्य की पत्नी मिनाक्षी कुशवाहा प्राथमिक विद्यालय बड़हलगंज में शिक्षक हैं। उनके पति की शहादत की खबर मिलते ही गांव व शिक्षक समुदाय में शोक व्याप्त हो गया। घर पर शुभेक्षुओं का तांता लगा हुआ है। लोग उनके पार्थिव शरीर के आने का इंतजार कर रहे हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बीएन ङ्क्षसह, खंड शिक्षा अधिकारी  सुरेंद्र यादव, जिला अध्यक्ष भक्तराज राम त्रिपाठी, जिला मंत्री श्रीधर मिश्र, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरेंद्र राय, कोषाध्यक्ष सुधांशु मोहन सिंह, ब्लाक अध्यक्ष दिग्विजय नारायण राय, उपाध्यक्ष अभय राय, वरिष्ठ उपाध्यक्ष चंद्रभान यादव, उपाध्यक्ष दयाशंकर यादव, उपाध्यक्ष अमित ङ्क्षसह, कोषाध्यक्ष प्रेमचंद पांडेय, आलोक राय, देवेंद्र राय, बृजेश राय, परमानंद पांडेय, सुनील पांडेय, वीरेंद्र ङ्क्षसह आदि ने शोक जताया।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.