डीआइओएस से बोलीं छात्राएं, 'शोहदे फिकरे कसते हैं सर'
सहजनवां क्षेत्र में तिलौरा स्थित पं. जवाहर लाल नेहरू इंटर कालेज में पहुंचे डीआइओएस
जागरण संवाददाता, गोरखपुर
सहजनवां क्षेत्र में तिलौरा स्थित पं. जवाहर लाल नेहरू इंटर कालेज सोमवार को पुलिस की मौजूदगी में नियत समय पर खुला और दिन भर सुचारू रूप से पठन-पाठन चलता रहा। इस बीच जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया हालात का जायजा लेने विद्यालय पहुंचे। उन्होंने प्रबंधक, शिक्षकों और छात्र-छात्राओं से अलग-अलग बात की। बातचीत के दौरान छात्राओं ने डीआइओएस से कहा कि विद्यालय आते-जाते रास्ते में शोहदे उन पर फिकरे कसते हैं और छेड़खानी करते हैं। डीआइओएस ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिया और विद्यालय प्रबंधन को नोटिस बोर्ड पर सभी पुलिस अधिकारियों, थानेदार, चौकी इंचार्ज और पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर अंकित कराने के साथ ही अपना नंबर भी लिखने का निर्देश दिया। ताकि जरूरत पढ़ने पर छात्राएं फोन कर सकें और उनकी मदद की जा सके।
सहजनवां और घघसरा संवाददाता के अनुसार पं. जवाहर लाल नेहरू इंटर कालेज शनिवार को बंद कर दिया गया। गेट पर एक नोटिस चस्पा की गई थी, जिस पर लिखा था कि 'शोहदों और गुंडों के कारण विद्यालय बंद है'। बाद मे प्रधानाचार्य कैलाश चौबे ने बताया कि विद्यालय गेट के बाहर हर समय खड़े रहने वाले शोहदे छात्राओं को आते-जाते छेड़ते हैं और अश्लील फब्ती कसते हैं। सात सितंबर को उन्होंने इस संबंध में तहरीर दी थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस बीच बीते 11 सितंबर को थरुआपार चौराहे पर विद्यालय आ रही छात्रा के साथ सरेआम छेड़खानी की गई। यह घटना सामने आने के बाद प्रधानाचार्य ने आरोपितों को विद्यालय में बुलाकर समझाने का प्रयास किया तो वे मारपीट पर आमादा हो गए। इतना ही नहीं शुक्रवार को छुट्टी के बाद घर जा रहे दो शिक्षकों से घघसरा चौराहे पर उन्होंने दुर्व्यवहार किया तथा धमकी दी। उसी दिन मानदेय लिपिक अमित कुमार दुबे के साथ बनौली चौराहे पर मारपीट की गई।
इन घटनाओं के विरोध में और पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए प्रधानाचार्य ने शनिवार को विद्यालय बंद कर दिया और उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर पूरे मामले की जानकारी दी। शोहदों की वजह से विद्यालय बंद किए जाने की खबर से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। प्रधानाचार्य की तहरीर पर सहजनवां पुलिस ने 22 सितंबर को आनन-फानन नीरज और गजेंद्र तथा पांच अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया। नीरज तथा एक अन्य आरोपित सोनू गिरफ्तार भी कर लिया। अधिकारियों की पहल पर प्रबंधन ने सोमवार को विद्यालय खोलने का फैसला किया। उधर एसएसपी ने विद्यालय खुलने पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का भरोसा दिया था।
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जमानत पर छूटे आरोपित युवक
प्रधानाचार्य की तहरीर पर दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार किए गए दो नीरज और सोनू सोमवार को जमानत पर छूट गए। प्रधानाचार्य ने शोहदों से परेशान होकर विद्यालय बंद करने की नोटिस गेट पर भले ही चस्पा की थी लेकिन तहरीर में उन्होंने छेड़खानी का उल्लेख नहीं किया था। सोमवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने पर दोनों को जमानत मिल गई।
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आरोपित ने बंधक बनाकर पीटने की दी तहरीर : वहीं पूछताछ में नीरज ने दूसरी ही कहानी बताई है। उसने विद्यालय प्रबंधक और उनके परिजनों पर बंधक बनाकर मारपीट करने का आरोप लगाया है। थाने में दी तहरीर में नीरज ने लिखा है कि 21 सितंबर को वह चचेरे भाई गजेंद्र के साथ बाइक से घघसरा बाजार जा रहा था। कुछ दिन पहले हुई कहासुनी की रंजिश में विद्यालय प्रबंधक के परिजनों ने रास्ते से उन्हें पकड़ लिया और उनके साथ मारपीट की। बाद में उन्हें अपने साथ लेकर विद्यालय पहुंचे और काफी देर तक बंधक बनाकर पीटते रहे। आरोप है कि पिटाई से उसका हाथ भी टूट गया। उसके मुताबिक पुलिस से शिकायत न करने की शर्त पर उन्होंने उसे तथा चचेरे भाई को छोड़ा। आरोप है कि बाद में पेशबंदी के लिए छात्राओं से छेड़खानी की अफवाह उड़ाकर उन्होंने विद्यालय बंद कर दिया। हालांकि पुलिस ने अभी मुकदमा दर्ज नहीं किया है।
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अभी तक की छानबीन में छेड़खानी की बात सामने नहीं आई है। प्रधानाचार्य ने भी तहरीर में छेड़खानी का उल्लेख नहीं किया था। विद्यालय के बाहर सुरक्षा के समुचित इंतजाम किए गए हैं। इस प्रकरण में गिरफ्तार किए गए एक आरोपित ने भी तहरीर दी है। उस पर मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
शलभ माथुर, एसएसपी