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गोरखपुर शहर के घनी इलाके में पटाखा का अवैध कारोबार, जानें-कहां बने हैं गुप्‍त गोदाम Gorakhpur News

शहर और देहात क्षेत्र के करीब दर्जन भर ऐसे धंधेबाज है जो पूरे शहर को तबाह करने के लिए पर्याप्त हैं। पुलिस की कार्रवाई के डर से धंधेबाज अब ये काम पूरी सतर्कता के साथ कर रहे हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 01:24 PM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 04:00 PM (IST)
गोरखपुर शहर के घनी इलाके में पटाखा का अवैध कारोबार, जानें-कहां बने हैं गुप्‍त गोदाम Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। अवैध पटाखों के कारोबार से शहर के साथ ही आसपास का इलाका पटा पड़ा है। पुराने शहर का शायद ही कोई ऐसा हिस्सा है जो पटाखों के अवैध कारोबार से अछूता हो। गीडा, राजघाट और पिपराइच के पतरा में पकड़ा गया पटाखे का जखीरा इसके प्रमाण हैं। 
शहर को तबाह करने के लिए लगे हैं धंधेबाज
शहर और देहात क्षेत्र के करीब दर्जन भर ऐसे धंधेबाज है जो पूरे शहर को तबाह करने के लिए पर्याप्त हैं। पुलिस की कार्रवाई के डर से धंधेबाज अब ये काम पूरी सतर्कता के साथ कर रहे हैं। ग्राहकों को रात में बुलाया जा रहा है। एक धंधेबाज ने शहर के साहबगंज, इलाहीबाग, शाहपुर, रेती के अलावा कई गुप्त गोदाम बना रखे हैं। 
यहां भी चल रहा कारोबार
कोतवाली क्षेत्र में तरंग रेलवे क्रासिंग के पास पटाखा का कारोबार चल रहा है। नौसढ़ पर चल रही आधा दर्जन अवैध पटाखों की फैक्ट्री। चिलुवाताल के बरगदवा और मोहरीपुर में पटाखा कारोबार की अवैध फैक्ट्री है। गोरखनाथ क्षेत्र के रसूलपुर में भी बन रहा देसी बम। 
कई बार पकड़े जा चुके हैं कारोबारी 
शहर के साहबगंज क्षेत्र में कई बार पटाखा के अवैध कारोबारी पकड़े जा चुके हैं। इतना ही नहीं यहां पर पटाखा गोदाम में आग भी लग चुकी है। बावजूद इसके कारोबारियों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। बताते हैं कि साहबगंज में पटाखा के अवैध कारोबारियों के पुलिस से मधुर रिश्‍ते हैं।
संरक्षण देने वालों पर भी होगी कार्रवाई
इस संबंध में एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता का कहना है कि अवैध पटाखा कारोबारियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। कुछ के खिलाफ कार्रवाई हुई है। सभी थानेदारों को अपने स्तर से सूचना एकत्र कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। संरक्षण देने वालों पर भी कार्रवाई होगी।

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