Coronavirus In Gorakhpur: डराने लगी है कोरोना संक्रमण की चाल, तीन माह में 754 लोग हुए संक्रमित
Coronavirus In Gorakhpur गोरखपुर में कोरोना संक्रमण की चाल डराने लगी है। यहां तीन माह में 754 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि जरूर हुई है, लेकिन संक्रमण भी तेजी से बढ़ा है। रोकथाम के सभी उपाय निष्प्रभावी साबित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इसका मूल कारण व्यक्तिगत स्तर पर जागरूकता का अभाव मान रहा है। गोरखपुर जिले का पहला मामला 26 अप्रैल को सामने आया था। अब कुल संक्रमितों की संख्या 754 पहुंच चुकी है। इनमें से केवल जुलाई में अबतक 412 संक्रमित हुए हैं। संक्रमण फैलने के मामले में जुलाई के 13 दिन दो महीनों पर भारी पड़े हैं। हालांकि ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में भी वृद्धि हुई लेकिन संक्रमण की गति इससे अधिक है। स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर चिंतित है।
एक सप्ताह के आंकड़े
तारीख संक्रमित ठीक हुए
07 जुलाई 18 25
08 जुलाई 25 00
09 जुलाई 18 15
10 जुलाई 20 09
11 जुलाई 84 22
12 जुलाई 59 02
13 जुलाई 63 45
कुल 287 118
लापरवाही से निष्फल हो रहे रोकथाम के उपाय
सीएमओ का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन लगातार लोगों को कोविड-19 नियमों का पालन करने की सलाह दे रहा है। कहीं भी भीड़ न लगाने, शारीरिक दूरी बनाए रखने और बिना मास्क के घर से बाहर न निकलने की अपील की जा रही है। लेकिन, बाजार हो या माल हर जगह भीड़ नजर आ रही है। अधिकांश लोग बिना मास्क लगाए घूम रहे हैं। इससे रोकथाम के उपाय निष्फल होते जा रहे हैं।
पीडब्लूडी के दो जेई पर लगा था जुर्माना
लगभग एक सप्ताह पहले कोविड के नोडल अधिकारी ने पीडब्लूडी कार्यालय का निरीक्षण किया था। प्रांतीय खंड में दो अवर अभियंता (जेई) शारीरिक दूरी का पालन न करते बहुत पास-पास बैठकर बातें कर रहे थे। नोडल अधिकारी ने उन पर पांच-पांच सौ रुपये का जुर्माना लगाया था।
शहर में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, यह ङ्क्षचता की बात है। इसके पीछे की वजह है कि लोग कोरोना को लेकर बेपरवाह है। अगर लोग कम निकलें, मास्क लगाएं और सैनिटाइजर का प्रयोग करते रहें तो काफी हद तक इस पर रोक लगाई जा सकती है। व्यक्तिगत सतर्कता ही हमें कोरोना से बचाएगी। - डॉ. श्रीकांत तिवारी, सीएमओ
दो दिन के लिए कलेक्ट्रेट, 14 दिन के लिए पुलिस लाइन सील
कलेक्ट्रेट स्थित पुलिस कार्यालय में एक पुलिस जवान के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद कलेक्ट्रेट परिसर को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है। एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश ङ्क्षसह ने बताया कि बंदी के दौरान रजिस्ट्री कार्यालय और एनआइसी भवन खुले रहेंगे। अन्य सभी कार्यालयों और पूरे परिसर को सैनिटाइज कराया जाएगा। रजिस्ट्री ऑफिस व एनआइसी में मुख्य द्वार से बाईं ओर जाना होगा। कलेक्ट्रेट परिसर के कार्यालयों के अधिकारी व कर्मचारी बिना उ'चाधिकारी से अनुमति लिये मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। अफसरों व कर्मचारियों को वर्कफ्राम होम के साथ ही दूरभाष पर उपलब्ध रहना होगा। एआइजी स्टांप कमलेश शुक्ला ने लोगों से अपील की है कि रजिस्ट्री शुल्क ऑनलाइन जमा करें, जिससे कोई असुविधा न हो।उधर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि पुलिस लाइन में 17 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मिलने के कारण पुलिस लाइन व उसके आसपास के क्षेत्र को क्लस्टर जोन घोषित करते हुए 500 मीटर की परिधि को 14 दिन के लिए सील कर दिया गया है। वहीं तीन लेखपालों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के कारण एहतियात के तौर पर सदर तहसील को गुरुवार तक बंद करने का फैसला किया गया है। उन्होंने बताया कि बेतियाहाता स्थित मंडलायुक्त कैंप कार्यालय को भी कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए 250 मीटर की परिधि को 14 दिन के लिए सील कर दिया गया है। तारामंडल स्थित एचडीएफसी बैंक शाखा को भी सील किया गया है।