गोरखपुर में कोरोना वायरस मरीजों को राहत, अत्याधुनिक पैनेसिया अस्पताल में होगा संक्रमितों का इलाज Gorakhpur News
UP गोरखपुर में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। इन मरीजों का इलाज अब अत्याधुनिक पैनेसिया अस्पताल में होगा।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विवाद की वजह से सील हुए पैनेसिया हाॅस्पिटल को कोरोना अस्पताल बनाने का निर्णय लिया गया है। इस अस्पताल में कोविड-19 वायरस से संक्रमित लेवल टू और लेवर थ्री मरीजों का इलाज किया जाएगा। अस्पताल के संचालन की जिम्मेदारी आइएमए के डाॅक्टरों पर होगी। अस्पताल प्रशासन की देखरेख में संचालित होगा। शनिवार को एनेक्सी भवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ हुई प्रशासनिक अफसरों और आइएमए के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। पहले चरण में 50 बेड एल-टू और 15 बेड एल-थ्री वार्ड बनाए जाएंगे।
छात्र संघ चौराहे पर मौजूद पैनेसिया हॉस्पिटल पर कब्जे को लेकर लंबे समय से चल रहा है। मालिकाना हक को लेकर 22 जून को जब विवाद ने तूल पकड़ा तो प्रशासन ने अस्पताल को सील कर दिया। एक पक्ष से सांसद कमलेश पासवान और दूसरे पक्ष से विजय पांडेय सहित कई लोगों के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया। जब कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी तो जिला प्रशासन ने सील अस्पताल के इस्तेमाल की योजना बनाई। मामला मुख्यमंत्री के सामने रखा गया तो उन्होंने इसके लिए अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी। आइएमए सचिव ने डाॅ. राजेश गुप्ता ने बताया कि इसे लेकर प्रशासन ने चर्चा पहले ही की जा चुकी थी।
भर्ती होने के लिए देना होगी इतनी धनराशि
आइएमए सचिव ने बताया कि पैनेसिया हाॅस्पिटल में इलाज के लिए सामान्य मरीजों को 8000 और गंभीर मरीजों को 13 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से देने होंगे। उन्होंने बताया कि इस शुल्क का निर्धारण प्रशासन की ओर से किया गया है। मरीजों की संख्या अगर बढ़ेगी तो बेड की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।