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यूपी के सरकारी स्कूलों में म‍िलेंगी कांवेंट जैसी सुविधाएं, श‍िक्षा व‍िभाग ने शुरू की तैयारी

यूपी के सरकारी स्‍कूलों में कान्‍वेंट जैसी सुव‍िधाएं देने की तैयारी हो रही है। योजना के तहत कक्षा एक से आठ तक के स्कूल ही उच्चीकृत किए जाएंगे। हर जिले में 10 अच्छे स्कूलों का चयन कर गैप एनालिसिस किया जा रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Pradeep SrivastavaPublished: Tue, 04 Oct 2022 11:47 AM (IST)Updated: Tue, 04 Oct 2022 11:47 AM (IST)
यूपी के प्राइमरी स्‍कूलों की दशा बदलने की तैयारी हो रही है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, प्रभात कुमार पाठक। परिषदीय स्कूलों में कांवेंट जैसी सुविधाएं देने के लिए जिले के 10 सर्वश्रेष्ठ स्कूल उच्चीकृत कर माडल बनाए जाएंगे। बीएसए ऐसे विद्यालयों का स्थलीय सत्यापन व आवश्यकताओं का आंकलन कर कार्ययोजना तैयार करेंगे। जरूरत के आधार पर भविष्य में इन विद्यालयों में कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, लाइब्रेरी व स्मार्ट क्लास की स्थापना की जाएगी। जिससे इन विद्यालयों के विद्यार्थियों को आधुनिक शैक्षणिक परिवेश में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिले। साइट प्लान बनाने के लिए चिह्नित प्रति स्कूल एक हजार रुपये मिलेंगे।

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कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, लाइब्रेरी व स्मार्ट क्लास से होंगे लैस

योजना के अंतर्गत कक्षा एक से आठ तक के ही स्कूल ही उच्चीकृत किए जाएंगे। विभाग ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा के निर्देश के बाद तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए हर जिले में 10 अच्छे स्कूलों का चयन कर गैप एनालिसिस किया जा रहा है। मसलन यदि स्कूलों में शौचालय, टाइल्स, रंगाई-पुताई, ब्लैक बोर्ड, चाहरदीवारी है तो वहां कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास स्थापित कर उसे माडल स्कूल बनाया जा सके।

माडल स्कूलों के लिए मांगी ये सूचनाएं

  • सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों में से ऐसे विद्यालयों का चयन हो, जहां कक्षा एक से आठवीं तक की कक्षाएं संचालित हों।
  • कार्ययोजना तैयार करने के लिए विद्यालयों का आवंटन राज्य स्तर से प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा।
  • कार्ययोजना से पहले विद्यालय परिसर का अधिकतम 60 सेकेंड का एक वीडियो तैयार कर लिया जाए, जिससे विद्यालय के संपूर्ण भौतिक परिवेश का आकलन किया जा सके।
  • मितव्ययिता का विशेष ध्यान रखें और त्रुटि रहित माप को अंकित करते हुए निर्धारित मानकों के अनुसार करें।
  • विद्यालय परिसर का एक ले-आउट प्लान आटोकैड के माध्यम से तैयार करते हुए प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।
  • विद्यालय परिसर के उच्चीकरण के लिए जिस स्तर पर किसी प्रकार का सिविल वर्क प्रस्तावित किया जाता है, उस दशा में प्रस्तावित सिविल कार्य का फोटो लेकर प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करना होगा।
  • यदि विद्यालय में संलग्न प्रारूपों से पृथक अन्य कोई सिविल कार्य प्रस्तावित है, तो उसकी कार्ययोजना अलग तथ्यों के साथ अलग से प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड की जाए।

महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने प्रस्ताव मांगा है। दस स्कूलों को चिह्नित कर प्रस्ताव जल्द भेज दिया जाएगा, ताकि आगे की कार्रवाई हो सके। - रमेंद्र कुमार सिंह, बीएसए।


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