पर्यटन स्थलों पर कराए गए निर्माण कार्यों की होगी जांच, 10 दिन में देनी होगी रिपोर्ट Gorakhpur News
लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए महानिदेशक पर्यटन उत्तर प्रदेश की ओर से बस्ती जिले के पर्यटन स्थलों पर कराए जा रहे निर्माण कार्यों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच को सीडीओ की अध्यक्षता में विशेष तकनीकी समिति गठित कर दी गई है।
गोरखपुर, जेएनएन : लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए महानिदेशक पर्यटन उत्तर प्रदेश की ओर से बस्ती जिले के पर्यटन स्थलों पर कराए जा रहे निर्माण कार्यों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच को सीडीओ की अध्यक्षता में विशेष तकनीकी समिति गठित कर दी गई है, जो 10 दिन के अंदर जांच कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को उपलब्ध कराएगी।
सरकार की ओर से उपलब्ध कराई गई थी बड़ी रकम
जिले में भद्रेश्वरनाथ धाम, जागेश्वरनाथ शिव मंदिर तिलकपुर, देवरिया माफी शिव मंदिर, कड़र शिव मंदिर, प्राचीन हनुमान मंदिर बोदवल बाजार, शिव मंदिर दबिला बहादुरपुर, शिव मंदिर बड़ोखर, रामरेखा मंदिर, श्रृंगीनारी मंदिर, हनुमान बाग चकोही, मखौड़ा धाम, चौरासी कोसीय परिक्रमा स्थल, मखौड़ाधाम आदि के पर्यटन विकास के लिए सरकार की ओर से एक बड़ी रकम उपलब्ध कराई गई थी। इन स्थलों पर इंटरलाकिंग रोड, मंदिर गेट, सुलभ शौचालय, सीमेंटेड बेंच, हाईमास्ट लाइट, धर्मशाला, सोलरलाइट आदि लगाने का कार्य कराया जाना था। कई स्थानों पर निर्माण कार्य पूरा भी कर लिया गया है। भद्रेश्वरनाथ में लगाए गए सोलर लाइट में बैट्री व बल्ब ही नहीं होने और सुलभ शौचालय में ताला लगा होने आदि की शिकायत हुई थी। कुछ अन्य स्थानों पर कराए गए निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल खड़े हुए थे।
जागरण इंपैक्ट
पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए जागरण ने पर्यटन विकास से जुड़ी योजनाओं की फरवरी और मार्च में जागरण ने पड़ताल की थी। इन खबरों को पर्यटन के महानिदेशक ने संज्ञान लेते हुए तकनीकी जांच गठित करने का निर्देश दिया है। इसी कड़ी में सीडीओ की अध्यक्षता में चार सदस्यीय विशेष तकनीकी टीम का गठन किया गया। जांच टीम में अधिशासी अभियंता निर्माण खंड- लोनिवि, अधिशासी अभियंता आरइडी और जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी शामिल है।
पर्यटन विकास के तहत कराए गए कार्यों की होगी जांच
मुख्य विकास अधिकारी डा. राजेश कुमार प्रजापति ने कहा कि जांच टीम गठित की जा चुकी है,जल्द ही पर्यटन विकास के तहत कराए गए कार्यो की जांच की जाएगी। जांच रिपोर्ट डीएम के जरिए पर्यटन विभाग के महानिदेशक को भेजा जाएगा।