Gorakhpur University: राज्यपाल से कुलपति की शिकायत, जानें-क्या कहा आनंदी बेन पटेल ने
मुलाकात के दौरान गुआक्टा के पदाधिकारियों ने विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ अपनी शिकायतें भी दर्ज कराईं। उनका पक्ष सुनने के बाद राज्यपाल ने मतभेद को इंटरनेट मीडिया पर ले जाने को लेकर आपत्ति की और कहा कि यह समस्या संवादहीनता की वजह से आ रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। प्रदेश की राज्यपाल और विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में शुरू हो रहे नए पाठ्यक्रमों के राजभवन से अनुमोदित न होने की चर्चा पर स्थिति साफ कर दी है। उन्होंने राजभवन मेें गुआक्टा के पदाधिकारियों के साथ हुई मुलाकात के दौरान कहा कि विश्वविद्यालय में शुरू होने वाले सभी नए पाठ्यक्रम राजभवन से अनुमोदित हो चुके हैं, अब जरूरत उनके सही ढंग से संचालन की है। शिक्षक उसमें सहयोग करें।
राज्यपाल से की कुलपति की शिकायत
गुआक्टा का प्रतिनिधिमंडल अपनी समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय विश्वविद्यालय-महाविद्यालय शिक्षक महासंघ (एआइफुक्टा) के उपाध्यक्ष डा. विवेक द्विवेदी और उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय-महाविद्यालय शिक्षक महासंघ (फुपुक्टा) के अध्यक्ष डा. वीरेंद्र सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्यपाल से मिलने गया था। मुलाकात के दौरान गुआक्टा के पदाधिकारियों ने विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ अपनी शिकायतें भी दर्ज कराईं। उनका पक्ष सुनने के बाद राज्यपाल ने मतभेद को इंटरनेट मीडिया पर ले जाने को लेकर आपत्ति की और कहा कि यह समस्या संवादहीनता की वजह से आ रही है। उन्होंने कुलपति से संवाद कराकर समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया।
मांगें पूरी होने तक परीक्षा का बहिष्कार जारी रहेगा
गुआक्टा के अध्यक्ष डा. केडी तिवारी ने राज्यपाल के सामने स्नातक के शिक्षकों को शोध कराने का अधिकार दिलाने का आग्रह किया तो उन्होंने इस अधिकार को दिलाने का भरोसा दिलाया। मुलाकात के दौरान शिक्षकों केे तीन का अवकाश लेकर शोध करने के नियम का मुद्दा उठा तो कुलाधिपति ने नियम के दायरे में इस सुविधा को दिलाए जाने का आश्वासन भी दिया। राज्यपाल के सामने शिक्षकों की वरिष्ठता सूची को मान्यता न दिए जाने का मामला भी उठा। गुआक्टा के महामंत्री डा. धीरेंद्र सिंह ने कहा कि जबतक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती तबतक विश्वविद्यालय की परीक्षा का बहिष्कार जारी रहेगा।