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जाति व मजहब में बंटे रहेंगे तो नहीं हो पाएगा विकास, गोरखपुर में बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा स्वास्थ्य के बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश के रोजगार व व्यवसाय के केंद्र के रूप में गोरखपुर विकसित हो रहा है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर को रेडीमेड गारमेंट का हब बनाएं। कहा कि इसमें नारी शक्ति का महत्वपूर्ण योगदान होगा।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Thu, 01 Dec 2022 09:21 AM (IST)Updated: Thu, 01 Dec 2022 09:21 AM (IST)
जाति व मजहब में बंटे रहेंगे तो नहीं हो पाएगा विकास, गोरखपुर में बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
गीडा के स्थापना दिवस समारोह में भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह से मंत्रणा करते सीएम योगी आदित्यनाथ। -जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास किस गति से हो रहा है, यह हम सब पर निर्भर करता है कि हम किस तरह का माहौल देना चाहते हैं। विकास को लेकर हमारी सोच क्या है। हम जाति, मत व मजहब के आधार पर बंटे रहेंगे तो विकास नहीं हो पाएगा। हमारे सामने हमेशा पहचान का संकट होगा। हम लोग हमेशा लोगों के द्वारा अविश्वास की नजरों से देखे जाते रहेंगे। लेकिन जाति व मजहब से ऊपर उठकर लोग सकारात्मक सोच से साथ देंगे तो तेजी से विकास होगा। गोरखपुर ने ऐसा कर दिखाया है।

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पिछड़ेपन के कलंक से मुक्ति पाने का सपना किया साकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि 1990 के दशक में अपने ऊपर लगे हुए पिछड़ेपन के कलंक से मुक्ति पाने का उन्होंने जो फैसला लिया था, उसे पूरा कर दिखाया। 1994-95 से जब भी विकास के लिए आह्वान करने की आवश्यकता महसूस हुई, गोरखपुर का एक-एक नागरिक मेरे साथ उस आंदोलन का हिस्सा बना। व्यक्ति सड़क पर हो या कहीं और, उसने आंदोलन को समर्थन दिया। गोरखपुर के नागरिकों के समर्थन व सहयोग से गोरखपुर विकास के एक माडल के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। गोरखपुर व पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास के लिए जो कुछ भी कर पा रहे हैं, ये यहां के लोगों के अपार जनसमर्थन का परिणाम है। लोगों के साथ के भरोसे ही हम विकास के कुछ नए मानक गढ पाए।

यूपी के रोजगार एवं व्यवसाय के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित हो रहा गोरखपुर

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर आज शिक्षा व स्वास्थ्य के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के रोजगार एवं व्यवसाय के प्रमुख केंद्र के रूप में भी विकसित हो रहा है। पटना व लखनऊ के बीच में गोरखपुर दवा एवं किराना की सबसे बड़ी मंडी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृशक्ति की ताकत को समाज अभी पहचान नहीं पाया है। वे गृहस्थी को संभालने के साथ स्वावलंबन का नया माडल खड़ा कर सकती हैं। डबल इंजन की सरकार स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को स्वावलंबी बना रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गीडा में फ्लैटेड फैक्ट्री के रूप में नई अवधारणा शुरू की जा रही है। पहले चरण में इसमें 80 औद्योगिक इकाईयां शुरू होंगी। ये फैक्ट्रियां महिलाओं के स्वावलंबन का बड़ा आधार बन सकती हैं। महिलाओं को रेडीमेड सेक्टर से जोड़कर गोरखपुर को रेडीमेड गारमेंट का हब बनाया जा सकता है। महिलाएं घर का काम करने के साथ ही 12 से 15 हजार रुपये की आय भी कर सकती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयास करना चाहिए। रेडीमेड गारमेंट को प्रोत्साहन मिलेगा तो यहां के उत्पाद दक्षिण पूर्व एशिया से लेकर यूरोप तक छा जाएंगे।

गीडा से धुरियापार तक होगा औद्योगिक विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि तेजी से प्रगति के लिए गीडा को तेजी से लैंड बैंक बढ़ाना होगा। औद्योगिक क्षेत्र का धुरियापार तक विकास करते हुए हर औद्योगिक क्षेत्र तक बेहतर कनेक्टिविटी दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के लिए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जा रहा है। आने वाले समय में गीडा से धुरियापार तक औद्योगिक इकाईयां नजर आएंगी और लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा। 

104 औद्योगिक इकाईयों का शिलान्यास, 29 का हुआ लोकार्पण

मुख्यमंत्री ने गीडा में हाल ही में स्थापित हुईं 29 परियोजनाओं का लोकार्पण किया और 104 इकाईयों का शिलान्यास किया। इन 133 इकाईयों में करीब 504 करोड़ का निवेश होगा और 3500 लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने 260 करोड़ की 49 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसमें प्लास्टिक पार्क, फ्लैटेड फैक्ट्री, विद्युत उपकेंद्र आदि का शिलान्यास किया।

गीडा में तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी देख मुख्यमंत्री ने सराहा

मुख्यमंत्री ने गीडा कार्यालय परिसर में लगी प्रदर्शनी में उद्यमियों द्वारा गीडा में तैयार किए जाने वाले उत्पादों के स्टालों का अवलोकन किया। स्टालों पर गीडा में तैयार होने वाले उत्पाद प्रदर्शित किए गए थे। डिस्पोजल थाली, रेडीमेड गारमेंट, स्टील, एल्युमीनियम से जुड़े उत्पादों की मुख्यमंत्री ने खूब सराहना की। उन्होंने गीडा द्वारा लगाए गए प्लास्टिक पार्क एवं लाजिस्टिक सेंटर के माडल को देखा और उसके बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने रेडीमेड गारमेंट, घरेलू जरूरत की चीजें एवं इलेक्ट्रिक उपकरण, प्लास्टिक बैग व अन्य उत्पाद, शिक्षण संस्थानों, टोरेंट गैस, फूड प्रोडक्ट्स, प्लाई एवं लमिनेट्स, रसायनिक उत्पाद, स्टील एवं इंजीनियरिंग व विभिन्न बैंकों के स्टालों का निरीक्षण कर उनके उत्पादों व सेवाओं की जानकारी ली। गत वर्ष स्टाल लगाने वाले उद्यमियों को इस बार मौका नहीं दिया गया था।

मुख्यमंत्री ने इन्हें सौंपा आवंटन पत्र

आवंटी का नाम                                     निवेश          रोजगार

मैसर्स वरुण वेवरेजज लिमिटेड (पेप्सिको)  1071.00     1500

नवनीत कुमार घिड़िया                            37.89         20

मैसर्स सेंट्रल वेयरहाउसिंग कारपोरेशन      40              200

विशाल त्रिपाठी                                     12.98         05

किशोरी लाल                                        6.61          15

मनोरमा देवी                                        1.33           37

महिमा पांडेय                                       2.33           20

नोट : निवेश करोड़ रुपये में है।

इन परियोजना का हुआ शिलान्यास (कुल 189.40 करोड़)

मुख्य परियोजनाएं

  • फ्लैटेड फैक्ट्री- 33.92 करोड़ ( कुल 80 इकाइयां लगेंगी)
  • प्लास्टिक पार्क- 69.58 करोड़ (कुल 92 इकाइयां लग सकेंगी)
  • औद्योगिक गलियारे में 132 केवी बिजली घर का शिलान्यास (अनुमानित लागत 27 करोडी)
  • अन्य परियोजनाएं जिनमें सड़क, नली, विद्युत लाइन, पुलिया, अनुरक्षण कार्य एवं ग्रामीण विकास के कार्य सम्मिलित हैं।

इन परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण (कुल 70.24 करोड़)

  • भिटी रावत में 33 केवी का नया बिजली घर (12.06 करोड़)
  • अन्य कार्यों में सड़क, नली पुलिया, विद्युत तंत्र का निर्माण, अनुरक्षण कार्य एवं ग्रामीण

विकास के कार्य सम्मिलित लागत

गीडा में लघु निवेश प्रस्तावों का शिलान्यास एवं उद्घाटन: कुल 133 निवेश प्रस्ताव, 504 करोड़, रोजगार सृजन लगभग 3400।


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