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सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, तकनीक के उपयोग से ही हासिल होगा लक्ष्य Gorakhpur News

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत में मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता जीवन कुछ न कुछ सीखते रहने का नाम है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 22 Aug 2019 02:33 PM (IST)Updated: Fri, 23 Aug 2019 01:35 PM (IST)
सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, तकनीक के उपयोग से ही हासिल होगा लक्ष्य Gorakhpur News
सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, तकनीक के उपयोग से ही हासिल होगा लक्ष्य Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता जीवन कुछ न कुछ सीखते रहने का नाम है। डिग्री पाकर सिर्फ़ नौकरी के पीछे न भागें बल्कि समाज के उत्थान में छात्र-छात्राओं की क्या भूमिका हो सकती है इसका भी चिंतन करें और अपनी डिग्री की सार्थकता को भी प्रमाणित करें। जीवन सीखने का नाम है और हर व्यक्ति अपने जीवन में उदाहरण बन सकता है। अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए तकनीक का उपयोग करें यही आपकी राह को आसान बनाएगा।

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सीएम ने किया राज्‍यपाल का अभिनंदन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का गोरखपुर की धरती पर प्रथम आगमन के लिए अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने इंफोसिस के संस्थापक को डीएससी की मानक उपाधि मिलने पर बधाई दी एवं सभी छात्र-छात्राओं का डिग्री प्राप्त करने की भी बधाई दी।

धर्म एक जीवन पद्धति है : सीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि दीक्षांत समारोह गुरुकुल की परंपराओं एवं उपनिषदों की भावनाओं को आगे बढ़ा रहा है। जो सत्य बोलना, धर्म के मार्ग पर चलना एवं स्वाध्याय से कभी विमुख न होने की प्रेरणा देता है। जिन छात्र-छात्राओं को राज्यपाल द्वारा आदर्शों के पथ पर चलने की प्रतिज्ञा दिलाई गई हैं उन्हें उस प्रतिज्ञा को निभाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म उपासना विधि नहीं है, धर्म एक जीवन पद्धति है, जो कर्तव्य के मार्ग का अनुशरण करने को प्रेरित करता है।

योजनाओं के क्रियान्‍वयन में मिला तकनीक का फायदा

तकनीकी के इस्तेमाल से किस तरह व्यवस्था को उन्होंने सुगम बनाया, इसका उदाहरण मुख्यमंत्री ने कृषि ऋण माफी और राशन वितरण प्रणाली के जरिए समझाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋण माफी के लिए पहले उन्हें 72 हजार करोड़ रुपए की जरूरत बताई गई थी, लेकिन जब हमने तकनीक का इस्तेमाल किया तो यह घटकर कर 24 हजार करोड़ पर आ गया। योगी बताया कि किस तरह उन्होंने तकनीक के ही प्रयास से राशन वितरण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को खत्म कर हर गरीब तक राशन भी पहुंचाया गया। सरकारी योजनाओं को तकनीक के जरिए आमजन तक किस तरह पहुंचाया गया इसको समझाने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना, स्टैंड अप योजना, स्टार्टअप योजना, शौचालय योजना के जरिये समझाया।


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