मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली गोरखपुर ओडीएफ घोषित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जनपद गोरखपुर ओडीएफ घोषित हो गया है। डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने इस आशय का प्रमाणपत्र जारी किया।
गोरखपुर, (जेएनएन)। ‘मैं के. विजयेंद्र पाण्डियन जिला मजिस्ट्रेट/ जिला कलेक्टर, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश, यह घोषित करता हूं कि मेरा जिला बेस लाइन सर्वे 2012 के मुताबिक 15 अक्टूबर 2018 को खुले में शौचमुक्त हो चुका है।’
गोरखपुर जिला प्रशासन ने शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन इस प्रमाणपत्र को जारी करने के साथ ही मुख्यमंत्री के गृह जनपद को ओडीएफ (खुले में शौचमुक्त) घोषित कर दिया है। दस्तावेजों में जनपद के ओडीएफ घोषित होने के बाद अब मंडलीय टीम जिले के गांवों का निरीक्षण करेगी। निरीक्षण के दौरान सभी गांवों के खुले में शौचमुक्त पाए जाने पर इसकी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को भेजी जाएगी। मंडल स्तर पर इसके प्रमाणित होने पर राज्य की टीम इसकी जांच करेगी, जिसके बाद स्टेट स्तर पर जिले को ओडीएफ घोषित किया जाएगा। भौतिक सत्यापन के दौरान जो भी गांव ओडीएफ नहीं मिलेगा, उसे ठीक करने के लिए 90 दिन का समय दिया जाएगा। इस दौरान ग्राम पंचायतों को इसे ठीक कराना होगा।
जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत दो अक्टूबर 2014 से जनपद में शौचालय का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। शौचालय निर्माण में पात्रों के चयन के लिए बेस लाइन सर्वे 2012 को आधार बनाया गया था। हालांकि इसके बाद भी आवश्यकतानुसार सर्वे कार्य कराते हुए जो छूटे पात्र थे उनको भी शौचालय के लिए पात्रों की सूची में शामिल किया गया था। शौचालय निर्माण के दौरान पहले, दूसरे और तीसरे वर्ष में तो रफ्तार कुछ सुस्त रही, लेकिन चौथे वर्ष 2017-18 में इसमें जबरदस्त तेजी आई। इस वर्ष तकरीबन ढाई लाख से अधिक शौचालय का निर्माण कराया गया। अंतिम वर्ष में भी दो लाख शौचालय का निर्माण कराया गया है।
सर्वे के अनुसार पात्र लाभार्थियों का शौचालय बनवाने के लिए कुल 638 करोड़ रुपये की आवश्कयता थी। इसमें से अब तक 528 करोड़ रुपये मिल चुके हैं, जिसे अनुदान के मद में खर्च किया जा चुका है। सरकार पर अभी भी 110 करोड़ रुपये की लायबिलटी शेष है। यह धनराशि मिलने के बाद लाभार्थियों के खाते में भेजी जाएगी।
वर्ष शौचालय
2014-15 14382
2015-16 17934
2016-17 30716
2017-18 265750
2018-19 199077
लोगों को किया जाएगा जागरूक : डीएम
गोरखपुर के डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन ने कहा कि जिले को खुले में शौच मुक्त घोषित करते हुए प्रसन्नता हो रही है। लक्ष्य के सापेक्ष जनपद के हर गांव में शौचालय निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है। 80 फीसद से अधिक फोटो भी अपलोड हो चुकी है। अब लोगों को जागरूक करने का अभियान और तेज किया जाएगा, जिससे कि सभी लोग शौचालय का इस्तेमाल करें भी।