मेट्रो स्टेशनों से जुड़ेंगी सिटी बसें
गोरखपुर: महानगर के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें जल्द ही मेट्रो ट्रेन के साथ सिटी बस
गोरखपुर: महानगर के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें जल्द ही मेट्रो ट्रेन के साथ सिटी बस की सुविधा भी मिलने लगेगी। सिटी बसों को मेट्रो स्टेशनों से जोड़ा जाएगा। शासन के निर्देश पर महानगर में सिटी बस सेवा के लिए जोर-शोर से तैयारी शुरू हो चुकी है। इसके लिए परिवहन निगम, नगर निगम और जीडीए प्रबंधन आपस में समन्वय स्थापित करने में जुट गया है।
गोरखपुर में मेट्रो चलाने के लिए गहन सर्वे के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पिछले साल ही तैयार हो गया। लेकिन अभी तक डीपीआर पर मुहर नहीं लग पाई है। सूत्रों के अनुसार डीपीआर पर दिल्ली में विशेषज्ञ गहन मंथन कर रहे हैं। उनकी संस्तुति के बाद ही हरी झंडी मिलेगी। डीपीआर की राह में कुछ अड़चने भी आ रही हैं। महानगर की आबादी और क्षेत्रफल के अलावा आवागमन के साधनों की भी पड़ताल की जा रही है। ऐसे में मेट्रो को और सुविधाजनक बनाने के लिए महानगर में सिटी बस सेवा शुरू करने की तैयारी चल रही है। ताकि लोगों को स्टेशन पहुंचने में कोई दिक्कत न हो। सूत्रों का कहना है कि सीटी बस सेवा योजना तैयार होने के बाद ही डीपीआर फाइनल होगा। इसके लिए शासन ने दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए हैं। शासन के निर्देश पर परिवहन निगम, नगर निगम और जीडीए के संबंधित अधिकारियों के बीच बैठकें भी शुरू हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक योजना तैयार नहीं हो पाई है। अभी सिटी बस चलाने के लिए रास्ते खोजे जा रहे हैं। सिटी बस के लिए बजट आदि पर चर्चा जारी है। हालांकि, सिटी बसें परिवहन निगम के निर्देशन में ही चलाई जाएंगी। नगर निगम और जीडीए का समन्वय रहेगा। प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष ही गोरखपुर, आगरा और कानपुर मेट्रो के लिए 288 करोड़ का बजट स्वीकृत कर दिया था।
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28 स्टेशन बनाने पर लग चुकी है मुहर
गोरखपुर में मेट्रो के लिए दो गलियारे तैयार किए गए हैं। इसमें 28 ऐसे स्पाट हैं जहां स्टेशन बनाए जाने की योजना है। पहला गलियारा श्याम नगर से सूबा बाजार तक 18.5 किलोमीटर का होगा। इस गलियारे में 16 स्टेशन बनाए जाने की योजना है। दूसरा गलियारा ट्रांसपोर्ट नगर से गुलरिहा के बीच 12.5 किलोमीटर का होगा। इस गलियारे में 12 स्टेशन बनाए जाने की योजना है। प्रत्येक स्टेशन के बीच एक से सवा किलोमीटर का अंतर होगा। धर्मशाला पर दोनों गलियारे मिलेंगे, जहां जंक्शन बनाया जाने का प्रस्ताव है।
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घट-बढ़ सकते हैं मेट्रो के गलियारे
पिछले वर्ष के अंत में दूसरे गलियारा को बढ़ाकर नौसड़ चौराहा तक ले जाने की योजना बनी थी, लेकिन अभी उस पर मुहर नहीं लगी है। सूत्रों का कहना है कि दोनों गलियारों की दूरी और स्टेशनों की संख्या घट-बढ़ सकती है। इसके लिए विशेषज्ञ लगातार मंथन कर रहे हैं।