गोरखपुर शहर में जलजमाव से परेशान नागरिकों ने सांसद का घर घेरा Gorakhpur News
घुटने से ज्यादा पानी में खड़े होकर नागरिकों ने प्रदर्शन किया। इसके बाद आधा किलोमीटर तक प्रदर्शन करते हुए सांसद रवि किशन के गोरक्षनगर स्थित आवास पर पहुंचे।
गोरखपुर, जेएनएन। बारिश के कारण 15 दिनों से ज्यादा समय से जलभराव से जूझ रहे वार्ड नंबर तीन, सिंघडिय़ा के प्रज्ञापुरम निवासी नागरिकों का धैर्य जवाब दे गया। घुटने से ज्यादा पानी में खड़े होकर नागरिकों ने प्रदर्शन किया। इसके बाद आधा किलोमीटर तक प्रदर्शन करते हुए सांसद रवि किशन के गोरक्षनगर स्थित आवास पर पहुंचे। सांसद के घर का घेराव करते हुए नारेबाजी की। प्रज्ञापुरम, सरयू नहर कॉलोनी, वसुंधरा नगरी आदि कॉलोनियों में 30 जुलाई से पहले से ही जलभराव था। 30 जुलाई को हुई बारिश के बाद कई घरों में पानी घुस गया था। तब से अब तक पानी नहीं निकला है। नागरिक लगातार नगर निगम में शिकायत कर रहे हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।
सांसद को सौंपा ज्ञापन
प्रज्ञापुरम के नागरिकों ने सांसद को ज्ञापन सौंपकर जलनिकासी की व्यवस्था की मांग की। नागरिकों की समस्याओं को सांसद ने गंभीरता पूर्वक सुनी। उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी समस्या को दूर कराने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने तत्काल नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह से बात की। उन्होंने नागरिकों की समस्याओं के समाधान को तत्काल ठोस कदम उठाने को कहा। सांसद से बातचीत के बाद फौरन बाद चीफ इंजीनियर के साथ पहुंचे नगर आयुक्त ने जल्द पंप लगाकर पानी निकालने की व्यवस्था की जानकारी दी। चीफ इंजीनियर ने कहा कि उन्होंने टीम को लगाया है।
तुर्रा तक बनता नाला तो दिक्कत नहीं होती
वार्ड नंबर तीन की पार्षद गौरी देवी के प्रतिनिधि हीरालाल यादव ने बताया कि तुर्रा नाला तक आरसीसी नाले का निर्माण हो रहा था, लेकिन काम रुकवा दिया गया। यदि नाला बन जाता तो पानी की निकासी आसानी से हो जाती।
नहीं चलने दिया पंपिंग सेट
नगर निगम की टीम प्रज्ञापुरम में पंपिंग सेट लेकर पहुंची। जानकारी होते ही वसुंधरा नगरी के नागरिक भी मौके पर पहुंच गए। वसुंधरा नगरी के नागरिकों का कहना था कि प्रज्ञापुरम से पानी निकालकर उनकी कॉलोनी में डाला जाएगा। पहले चार पंपिंग सेट की व्यवस्था होगी, तभी वह इसे चलने देंगे। दो पंपिंग सेट प्रज्ञापुरम और दो वसुंधरा नगरी में लगने चाहिए। दरअसल, प्रज्ञापुरम का पानी वसुंधरा नगरी के रास्ते ही निकाला जा सकता है। वसुंधरा नगरी में पहले से ही जलभराव है।