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घर बनेगा क्लास रूम, बच्चे स्टूडेंट- परीक्षा लेंगे मम्मी-पापा

कोरानाकाल में स्कूलों से काॅपी और पेपर का किट अभिभावक लेकर आएंगे और घर पर अपनी देखरेख में बच्चों की परीक्षा लेंगे। परीक्षा लेने के बाद उत्तर पुस्तिका सुरक्षित स्कूल पहुंचाएंगे। स्कूल कापियों का मूल्यांकन कर नंबर देते हुए बच्चों का परिणाम घोषित करेंगे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 02 Oct 2020 06:00 AM (IST)Updated: Fri, 02 Oct 2020 04:14 PM (IST)
घर बनेगा क्लास रूम, बच्चे स्टूडेंट- परीक्षा लेंगे मम्मी-पापा
बच्‍चों की परीक्षा की तैयारी में जुट गए हैं शिक्षण संस्‍थान। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

प्रभात कुमार पाठक, गोरखपुर। अभी तक आपने सुना होगा कि परीक्षा के लिए स्कूलों में पेपर व कापियां स्कूल शिक्षक की निगरानी में आती हैं, लेकिन कोरानाकाल में स्कूलों से काॅपी और पेपर का किट स्कूलों से अभिभावक लेकर आएंगे और घर पर अपनी देखरेख में बच्चों की परीक्षा लेंगे। परीक्षा लेने के बाद उत्तर पुस्तिका सुरक्षित स्कूल पहुंचाएंगे। स्कूल कापियों का मूल्यांकन कर नंबर देते हुए बच्चों का परिणाम घोषित करेंगे। कोरोना के मद्देनजर स्कूल एलकेजी और यूकेजी के बच्चों की परीक्षा घर पर ही ले रहा है। स्कूलों ने अभिभावकों को शपथ दिलाई है कि अभिभावक अपने बच्चों के साथ खिलवाड़ नहीं करेंगे। परीक्षा लेते समय नंबर अधिक बढ़ाने के लिए बच्चे को कोई मदद नहीं पहुंचाएंगे। 

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अभिभावकों को बताया गया है कि यह परीक्षा बच्चों को परखने का माध्यम है। कापियों के मूल्यांकन के दौरान जिस भी विषय में बच्चे कमजोर नजर आएंगे, उस पर शिक्षक बच्चों की पढ़ाई के दौरान विशेष जाेर देंगे।

छोटे बच्चों को लेकर गंभीर हैं स्कूल कोरोना काल में एलकेजी से क्लास पांच तक बच्चों की परीक्षा को लेकर अब स्कूल गंभीर हो गए हैं। जो बच्चे बहुत छोटे हैं और ऑनलाइन परीक्षा देने में सक्षम नहीं हैं उनके लिए लिटिल फ्लावर स्कूल धर्मपुर समेत कई स्कूलों द्वारा घर पर ही बच्चों की परीक्षा कराए जाने की व्यवस्था की गई है।

परीक्षा के साथ हो रहे हाइटेक ऑनलाइन परीक्षा देने वाले कक्षा तीन से पांच तक के बच्चे अब तकनीकी रूप से भी दक्ष हो रहे हैं। स्कूल निर्धारित तिथि के अनुसार बच्चे के मोबाइल पर प्रश्न पत्र भेजा जाता है। उत्तर लिखने के लिए बच्चे को दो घंटे का समय दिया जा रहा है। इसके बाद कॉपी काे स्कैन कर उसका पीडीएफ भी बच्चे को तैयार करना है। इसके लिए बच्चे को तीस मिनट का समय स्कूल द्वारा अतिरिक्त दिया जा रहा है। ऐसे में परीक्षा देने के साथ-साथ बच्चे भी पीडीएफ बनाने से लेकर कई हाइटेक काम सीख गए हैं।

इस समय बच्चों की ऑनलाइन परीक्षा चल रही है। कोविड-19 को देखते हुए एलकेजी व यूकेजी के छोटे बच्चों को की परीक्षा घर पर ही अभिभावक की निगरानी में कराई जा रही है। - फादर जीजो एंटोनी, लिटिल फ्लावर, धर्मपुर

कोरोनाकाल में बच्चों की ऑफलाइन परीक्षा संभव नहीं है। ऐसे में बच्चों की ऑनलाइन परीक्षा कराई जा रही है। बच्चों की सुविधा के अनुसार बच्चों से परीक्षा खत्म होने के तीस मिनट के अंदर उत्तर पुस्तिका की पीडीएफ फाइल मंगाई जा रही है, ताकि वह स्कूल में रिकार्ड के रूप में रह सके। - सीबी जोसेफ, फादर, सेंट जोसेफ खोराबार।


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