मुख्यमंत्री योगी ने 100 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया, गोरखपुर का हाल जाना
अपने दो दिवसीय दौरे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंचे। यहां के सर्किट हाउस में ही उन्होंने क्लास लगाई और 100 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
गोरखपुर (जेएनएन)। अपने दो दिवसीय दौरे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार शाम गोरखपुर पहुंचे। यहां के सर्किट हाउस में ही उन्होंने क्लास लगा दी। वह गोरखपुर के सर्किट हाउस के सभागार में नगर विकास और अन्य विभाग के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा के लिए बैठक करने लगे। इसके बाद योगी ने रामगढ़ ताल क्षेत्र स्थित जेट्टी का निरीक्षण किया और गोरखपुर विश्वविद्यलय के मुख्य द्वार पर जेसीआई गोरखपुर मिडटाउन द्वारा लगाये गये 100 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज को रिमोट द्वारा फहराया।
लगेगा योगी का जनता दरबार
सूत्रों ने बताया कि तय कार्यक्रम के मुताबिक बुधवार सुबह 9:30 बजे गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री का जनता दरबार लगेगा। जनता दरबार का सिलसिला 11 बजे तक चलेगा। योगी दोपहर 12 बजे मंदिर परिसर में ही वह भाजपा पदाधिकारियों और जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे।
शाम तीन से पांच बजे मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में साप्ताहिक योग शिविर और शैक्षिक कार्यशाला को संबोधित करेंगे आयोजन में मुख्यमंत्री का भारतीय संस्कृति में योग-अध्यात्म-शिक्षा विषय पर विशेष व्याख्यान होना है। शाम 5:20 बजे मुख्यमंत्री लखनऊ रवाना हो जाएंगे। लखनऊ में उन्हें योग दिवस यानी 21 जून को सुबह छह बजे राजभवन में आयोजित विशेष योग कार्यक्रम में शिरकत करना है।
देशहित में पीडीपी से तोड़ा गठबंधन
जम्मू कश्मीर में महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी से गठबंधन तोडऩे को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देशहित में उठाया गया कदम बताया है। उन्होंने कहा कि पीडीपी कश्मीरी जनभावनाओं के अनुरूप काम नहीं कर रही थी। केंद्रीय नेतृत्व को स्वाभाविक रूप से जब इसका अहसास हुआ तो यह राष्ट्र और जम्मू कश्मीर के हित में यह कदम उठाना पड़ा। गोरखपुर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने जम्मू कश्मीर में जनभावना के अनुरूप काम करने के लिए पीडीपी से गठबंधन किया था। दुर्भाग्य से पीडीपी इस पर खरा नहीं उतर सकी।
जम्मू कश्मीर में कई ऐतिहासिक कार्य
केंद्रीय नेतृत्व को जब इस बात का अहसास हो गया कि अब गठबंधन नहीं चल सकता तो यह कदम उठाया गया। हालांकि इस कदम को उठाने से पहले भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने जम्मू कश्मीर की जनता, भाजपा के मंत्रियों, विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों की सहमति और उन्हें विश्वास में लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर में कई ऐतिहासिक कार्य किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा जम्मू कश्मीर के हित के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी। गठबंधन टूटने के बाद भाजपा ने वहां राज्यपाल शासन लगाने का अनुरोध किया है।