सीएम योगी ने कहा, सड़क पर घूमते मिले पालतू पशु तो लगेगा भारी जुर्माना Gorakhpur News
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार के प्रयास से प्रदेश में चार लाख गोवंश को सहारा मिल गया है। प्रदेश के सभी 75 जिलों को राशि मिल गई है।
By Edited By: Published: Sat, 06 Jul 2019 08:22 PM (IST)Updated: Sun, 07 Jul 2019 05:37 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के सभी 75 जिलों को शहरों और गावों में बेसहारा गोवंश संरक्षण के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करा दी है। सरकार के इस प्रयास से चार लाख बेसहारा गोवंशियों को सहारा मिल रहा है। मुख्यमंत्री शनिवार को यहां मंडी परिसर में निर्मित कान्हा उपवन व गोशाला का लोकार्पण कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने ऐसे गोपालकों को सख्त हिदायत दी, जो अपने पशुओं को दिन के समय शहर में छोड़ देते हैं। उन्होंने कहा कि यदि ऐसे पशु गोशाला में पकड़ कर लाए जाते हैं और गोपालक उसे लेने के लिए आते हैं तो उनपर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से की गई इस व्यवस्था से जहां आस्थावान लोगों को गोवंश की देखभाल और सेवा का अवसर मिलेगा, वहीं इन पशुओं के चलते बिगड़ रही यातायात व्यवस्था भी दुरुस्त होगी। किसानों को फसल का नुकसान भी नहीं झेलना पड़ेगा। गोरखपुर के कान्हा उपवन की क्षमता 1200 से 1500 बेसहारा पशुओं को सहारा देने की है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने गोशाला का निरीक्षण किया और व्यवस्था संचालकों को गोवंशी पशुओं की देखरेख के लिए जरूरी सलाह दी। पौधरोपण कर मुख्यमंत्री ने परिसर में उपवन के स्वरूप की नींव भी रखी। इस अवसर पर महापौर सीताराम जायसवाल, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ.धर्मेद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
स्वावलंबी बनाए जाएंगे कान्हा उपवन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि कान्हा उपवन को स्वावलंबी बनाया जाएगा। इसके लिए फर्टिलाइजर कारखाने से करार किया जाएगा। सात से साढ़े सात रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से गोवंश के गोबर से प्राप्त कंपोस्ट को फर्टिलाइजर कारखाने को बेचा जाएगा। इस आय से कान्हा उपवन में गोवंश की देखरेख होगी।
मुख्यमंत्री ने ऐसे गोपालकों को सख्त हिदायत दी, जो अपने पशुओं को दिन के समय शहर में छोड़ देते हैं। उन्होंने कहा कि यदि ऐसे पशु गोशाला में पकड़ कर लाए जाते हैं और गोपालक उसे लेने के लिए आते हैं तो उनपर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से की गई इस व्यवस्था से जहां आस्थावान लोगों को गोवंश की देखभाल और सेवा का अवसर मिलेगा, वहीं इन पशुओं के चलते बिगड़ रही यातायात व्यवस्था भी दुरुस्त होगी। किसानों को फसल का नुकसान भी नहीं झेलना पड़ेगा। गोरखपुर के कान्हा उपवन की क्षमता 1200 से 1500 बेसहारा पशुओं को सहारा देने की है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने गोशाला का निरीक्षण किया और व्यवस्था संचालकों को गोवंशी पशुओं की देखरेख के लिए जरूरी सलाह दी। पौधरोपण कर मुख्यमंत्री ने परिसर में उपवन के स्वरूप की नींव भी रखी। इस अवसर पर महापौर सीताराम जायसवाल, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ.धर्मेद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
स्वावलंबी बनाए जाएंगे कान्हा उपवन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि कान्हा उपवन को स्वावलंबी बनाया जाएगा। इसके लिए फर्टिलाइजर कारखाने से करार किया जाएगा। सात से साढ़े सात रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से गोवंश के गोबर से प्राप्त कंपोस्ट को फर्टिलाइजर कारखाने को बेचा जाएगा। इस आय से कान्हा उपवन में गोवंश की देखरेख होगी।
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