रजिस्ट्री न मुआवजा, किसानों के खेत में ¨सचाई विभाग का कब्जा
अलगटपुर नहर का अधूरा निर्माण हुआ है। अब उसे पूरा किया जा रहा है। इस मामले में सिंचाई विभाग ने मुआवजा भी नहीं दिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा मुंडा कोड़रा के किसानों ने ¨सचाई विभाग के अफसरों पर गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सरयू नहर कैनाल से निकले अलगटपुर माइनर के अधूरे निर्माण कार्य को पूरा कराने के लिए विभाग बिना रजिस्ट्री कराए और मुआवजा दिए किसानों की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर रहा है। आरोप है कि विभाग जेसीबी लगवाकर बिना सहमति खेतों में खोदाई करा रहा है। इसको लेकर किसानों ने तहसील प्रशासन को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई।
सहजनवां तहसील क्षेत्र के पाली व सहजनवां ब्लाक में नहर का संचालन सरयू नहर निर्माण खंड द्वितीय शोहरतगढ़ सिद्धार्थनगर करता है। कई वर्ष पहले सरयू नहर कैनाल से अलगटपुर माइनर के नाम से एक नहर निकाली गई है। नहर का निर्माण शुरू किया गया, लेकिन अभी नहर अधूरा होने के कारण किसानों को उसका लाभ नहीं मिल रहा। विभाग अधूरे नहर का निर्माण करा रहा है। इसी बीच सहजनवां ब्लॉक के ग्राम सभा मुंडा कोड़रा के दर्जनों किसानों ने प्रशासन को प्रार्थना पत्र देकर ¨सचाई विभाग के अफसरों पर जबरन जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया गया है। किसान भास्कर शुक्ला ने कहा कि ¨सचाई विभाग किसानों की बोआई की गई फसल को जेसीबी लगाकर खोदाई करवा दे रहा है। विभाग ने किसानों से रजिस्ट्री भी नहीं कराई न ही कोई मुआवजा दिया। गोविंद शुक्ला का कहना है कि सिंचाई विभाग के अफसर किसानों के साथ जबरदस्ती कर रहे हैं। बिना मुआवजा और जमीन की रजिस्ट्री कराए नहर बनाना उत्पीड़न है। सरयू नहर निर्माण खंड द्वितीय शोहरतगढ़ के अवर अभियंता कुंजेश कुमार ने कहा कि रजिस्ट्री कराई गई जमीनों पर ही काम हो रहा है। इसके अलावा बोए गए खेतों में भी किसानों के कहने पर खोदाई रोक दी गई है। खेत खाली होने पर काम किया जाएगा। तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा ने कहा कि शिकायती पत्र के आधार पर जांच करने के आदेश दिए गए है। किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।