Corona virus : जब तक कोरोना की जांच नहीं होगी, तब तक विदेश नहीं जा सकते Gorakhpur News
खाड़ी देशों में जाने वालों से अब कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट मांगी जा रही है। गोरखपुर में अभी तक कोरोना जांच की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में विदेश जाने में संकट हो गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। विदेश जाने वालों के सामने कोरोना जांच (पीसीआर) का संकट खड़ा हो गया है। खासकर खाड़ी देशों में जाने वालों से अब कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट मांगी जा रही है। निजी पैथोलॉजी में जांच की अनुमति नहीं और सरकारी पैथोलॉजी में जांच के लिए सैंपल तभी लिए जाएंगे, जब कोरोना के लक्षण नजर आएंगे। गोरखपुर में अभी तक कोरोना जांच की कोई व्यवस्था नहीं है।
जांच तो दूर सैंपल तक नहीं लिए गए
यहां से लेकर लखनऊ तक विदेश जाने वाले लोगों ने दौड़ लगा ली। जांच तो दूर, उनके सैंपल तक नहीं लिए गए। बेतियाहाता स्थित एक पैथोलॉजी में विदेश जाने वाले 12 यात्री कोरोना वायरस की जांच कराने पहुंचे। नौकरी के लिए उन्हें दुबई, बहरीन, कतर, यूनाइटेड अरब अमीरात या कुबैत जाना है। उनके पास वीजा भी है। किसी को चार दिन बाद ज्वाइन करना है तो किसी को एक सप्ताह के भीतर। पैथोलॉजी ने हाथ खड़े कर दिए। कुछ लोगों को किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज, लखनऊ भेजा गया लेकिन वहां संदिग्ध लोगों की इतनी लंबी लाइन है कि सामान्य लोगों के सैंपल लिए ही नहीं जा रहे। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी व मेडिकल कॉलेज के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गिरीश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे यहां संदिग्ध लोगों के ही सैंपल लिए जाने की व्यवस्था है।
हमें नहीं मिली जांच की अनुमति
पैथोलॉजिस्ट डॉ. अमित गोयल का कहना है कि हमारे पास 12 ऐसे लोग आए थे, जो कोरोना की जांच कराना चाहते थे। सरकार ने हमें अनुमति नहीं दी है। हमारे पास सभी संसाधन मौजूद हैं, केवल किट चाहिए, हम जांच कर सकते हैं। सरकार को चाहिए यहां किसी सरकारी अस्पताल में इस जांच की व्यवस्था करे या किसी निजी पैथोलॉजी को इसकी अनुमति दे।
जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में कोरोना से निपटने की तैयारी पूरी
देश में बढ़ रहे कोरोना वायरस के मरीजों को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है। जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड बना दिए गए हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग में मिले प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य के निर्देशों के मुताबिक मंडल स्तर पर टीम का गठन किया जा रहा है। जिले में रैपिड रिस्पांस टीम सक्रिय हो गई है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने लोगों से अपील की है कि कोरोना से घबराएं नहीं, सतर्कता बरतें। हाथ धोने की आदत को जन-जन तक पहुंचाएं। विदेशों से लौटे 58 नागरिकों की निगरानी की जा रही है। दो संदिग्ध मामलों में जांच भी कराई गई, रिपोर्ट निगेटिव आई है। अभी तक पूरा जिला कोरोना से सुरक्षित है।
कोरोना के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
यदि किसी को विदेश से लौटने के बाद अचानक बुखार, खांसी व सांस लेने में परेशानी हो तो उसे तत्काल हेल्पलाइन नंबर-18001805145 (टोल फ्री) पर फोन करना चाहिए। विदेशों से आने वाले संदिग्ध रोगियों से संबंधित सूचना सीएमओ के मोबाइल नंबर 9415064904 पर भी दी जा सकती है।