रिकवरी करने आए थे, भाइयों को पीटकर कार व दो लाख रुपये लूटे Gorakhpur News
मानीराम में सोमवार दोपहर संतकबीरनगर जिले के रहने वाले हास्पिटल संचालक भाइयों की पिटाई कर कार लूट ली गई। कार में दो लाख रुपये भी थे। भाइयों के शोर मचाने पर आसपास के लोग जुटे तो रिकवरी करने आए लोग बोलेरो छोड़कर कार से पीपीगंज की तरफ फरार हो गए।
गोरखपुर, जेएनएन : जिले के मानीराम में सोमवार दोपहर संतकबीरनगर जिले के रहने वाले हास्पिटल संचालक भाइयों की पिटाई कर कार लूट ली गई। कार में दो लाख रुपये भी थे। भाइयों के शोर मचाने पर आसपास के लोग जुटे तो रिकवरी करने आए कर्मचारी अपनी बोलेरो छोड़कर कार से पीपीगंज की तरफ फरार हो गए। लूट की सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने पीपीगंज स्थित फाइनेंस कंपनी के यार्ड से कार बरामद कर लिया, लेकिन बैग में रखे दो लाख रुपये नहीं मिले। चार नामजद समेत छह लोगों पर लूट, मारपीट का केस दर्ज कर पुलिस छापेमारी कर रही है।
मेंहदावल के नंदौर में अंशिका हास्पिटल के संचालक हैं संतोष
संतकबीरनगर, मेंहदावल के नंदौर में स्थित अंशिका हास्पिटल के संचालक संतोष कुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा है कि सोमवार को वह अपने छोटे भाई अनूप और पड़ोस में रहने वाले मोटरसाइकिल मैकेनिक पंकज के साथ कार से दवा खरीदने भालोटिया मार्केट जा रहे थे। दोपहर तीन बजे मानीराम में सिक्टौर चौराहा के पास सफेद बोलेरो से आए छह लोगों ने ओवरटेक कर कार रोक ली। तीनों को कार से बाहर निकाल चाबी छीन ली। विरोध पर जान से मारने की धमकी देते हुए पिस्टल सटाकर हाकी से दोनों भाइयों को पीटकर लहूलुहान कर दिया। शोर मचाने पर आसपास के लोग जुटे तो दो युवक कार लेकर फरार हो गए।
पकड़े जाने के डर से बोलेरो छोड़कर भाग निकले रिकवरी करने आए युवक
अस्पताल संचालक भाइयों को पीट रहे चार युवक पकड़े जाने के डर से बोलेरो छोड़कर भाग निकले। कार में दो लाख रुपये नकद व जरूरी कागजात थे। चिलुआताल थानेदार ने जांच की तो पता चला कि कार संतकबीरनगर के श्रीराम फाइनेंस कंपनी से लोन लेकर खरीदी गई थी। किस्त बाकी होने पर कंपनी के लोगों ने घटना को अंजाम दिया है। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर पीपीगंज में स्थित कंपनी कार्यालय से कार बरामद कर लिया। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि संतोष की तहरीर पर फाइनेंस कंपनी के रिकवरी सेल में काम करने वाले बिहार गोपालगंज निवासी सौरभ सिंह, सतेंद्र पाठक, खजनी के बंटू दुबे व रामपाल यादव के खिलाफ लूट व मारपीट करने का केस दर्ज कर पुलिस तलाश कर रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
2018 में लोन लेकर खरीदी गई थी कार
पुलिस की छानबीन में पता चला कि संतोष ने 21 सितंबर, 2018 को श्रीराम आटो फाइनेंस कंपनी से कार खरीदने के लिए लोन लिया था। 2020 से किश्त न जमा होने पर श्री राम फाइनेंस के अधिकृत एजेंसी के लोगों ने कार को कब्जे में लिया, लेकिन इस दौरान मारपीट होने और कार में रखे दो लाख रुपये लूटे जाने की सूचना पर केस दर्ज हो गया। कंपनी के अधिकारियों ने चिलुआताल पुलिस को बताया कि टाटा टिआगो गाड़ी लेने के लिए संतोष गुप्ता ने 4,28,000 रुपये फाइनेंस कराए थे। इसमें 1,88,555 रुपये इंट्रेस्ट था। आखिरी बार नौ मार्च, 2020 को संतोष ने किश्त जमा किया। बकाया 1,78,600 रुपये का भुगतान करने के लिए कई बार नोटिस भेजा गया, लेकिन किश्त न आने पर सोमवार को गाड़ी यार्ड में लाई गई।