'...वो जांच का विषय है', मुख्तार की मौत पर योगी के मंत्री संजय निषाद का बयान आया सामने, कही ये बात
Mukhtar Ansari Death मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद था और कार्डियक अरेस्ट होने पर गुरुवार की शाम 825 बजे रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज लाया गया था। नौ डाक्टरों की टीम ने आईसीयू में उसका इलाज शुरू किया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। बता दें कि मुख्तार की मौत के बाद से विपक्ष के नेता इस पर सवाल उठा रहे हैं।
डिजिटल डेस्क, गोरखपुर। Mukhtar Ansari Death पूर्वांचल में आतंक का दूसरा नाम रहे माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद विपक्ष सवाल उठा रहा है। ऐसे में भाजपा के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि लोग जो संदिग्ध मौत की बात कहते हैं, वो जांच का विषय है। जांच में सत्यता के आधार पर बयान करना चाहिए। आज के दिन विज्ञान पर भरोसा करना चाहिए। फॉरेंसिक रिपोर्ट पर ही विश्वास किया जा सकता है...किसी की मौत पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
बता दें कि मुख्तार की मौत के बाद सपा महा सचिव रामगोपाल यादव ने सोशल साइट एक्स पर लिखा कि पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की जिन परिस्थितियों में मृत्यु हुई वह अत्यधिक चिंताजनक है। उन्होंने न्यायालय में अर्जी देकर पहले ही जहर के द्वारा अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की थी। मौजूदा व्यवस्था में तो न जेल में कोई सुरक्षित , न पुलिस कस्टडी में और न अपने घर में। प्रशासनिक आतंक का माहौल पैदा करके लोगों को मुंह बंद रखने को विवश किया जा रहा है। क्या मुख्तार अंसारी द्वारा न्यायालय में दी गयी अर्जी के आधार पर कोई न्यायिक जांच के आदेश करेगी यूपी सरकार ?
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वहीं बसपा सुप्रीमों मायावती सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर शुक्रवार की सुबह एक पोस्ट में लिखा, ''मुख्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। ऐसे में उनके परिवार का दुःखी होना स्वाभाविक। कुदरत उन्हें इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।''
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मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद था और कार्डियक अरेस्ट होने पर गुरुवार की शाम 8:25 बजे रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज लाया गया था। नौ डाक्टरों की टीम ने आईसीयू में उसका इलाज शुरू किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।