व्यायारियों ने की पुलिस की शिकायत ; विधायक बोले- अन्याय नहीं होने देंगे Gorakhpur News
गोरखपुर में फल व सब्जी का ठेला लगाने वाले विक्रेताओं ने विधायक डाक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल से मिलकर पुलिसिया उत्पीड़न की शिकायत की।
गोरखपुर, जेएनएन। महानगर के शास्त्री चौक तथा बेतियाहाता के फल व सब्जी का ठेला लगाने वाले विक्रेताओं ने नगर विधायक डाक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल से उनके निवास पर मुलाकात की और नगर निगम द्वारा वैधानिक रूप से वेंडर का परिचय पत्र दिये जाने के बावजूद पुलिसिया दुर्व्यवहार और शोषण की शिकायत की।
सड़क पर कब्जा न करें विक्रेता
विक्रेताओं की बातों को सुनने के बाद नगर विधायक ने उन्हें आश्वस्त किया कि वे गोरखपुर के हर दबे, कुचले और गरीब नागरिकों के विधायक हैं और अगर नगर निगम के नियमों की सीमा में रहते हुए अपनी दुकानें लगायेंगे तो वे हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। उन्हें यह समझना और मानना होगा कि सड़क का अबाध प्रयोग करना हर नागरिक का मूल अधिकार है और आप लोग सड़क पर कब्जा करके अपनी दुकानें नहीं लगा सकते हैं। विधायक ने कहा कि किसी के साथ भी अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
आजीविका कमाना मौलिक अधिकार
उन्होंने कहा कि वे यह भी जानते हैं कि जीवन जीने के मौलिक अधिकार में लोक-व्यवस्था की सीमा में रहते हुए आजीविका कमाने का अधिकार भी शामिल है। नगर निगम ने इसी अधिकार के तहत 7600 ठेले, खोमचे वालों को परिचय पत्र बांटा है। यह नगर निगम की गलती है कि उन्होंने आपको सड़क के किनारे फल, सब्जी बेचने का अधिकार-पत्र तो जारी कर दिया लेकिन वेडिंग जोन चिन्हित नही किया। भ्रष्ट पुलिस अधिकारी इसी का फायदा उठाकर उनका शोषण कर रहे हैं।
अपर नगर आयुक्त से की बात
विधायक ने नगर आयुक्त की अनुपस्थिति में अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा से बात की और उन्हें बताया कि सेण्ट एन्ड्रूज डिग्री कालेज के सामने के फल, सब्जी विक्रेताओं की भी यही समस्या थी। उन्होंने नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह को निर्देशित किया था और मुख्य अभियंता सुरेश चन्द्र ने वेडिंग जोन चिन्हित कर दिये। अब वहां के ठेले वाले दीवाल के भीतर दुकानें लगाकर अपनी कमाई भी करते हैं और यातायात जाम भी नहीं होता है। नगर विधायक ने अपर नगर आयुक्त को निर्देशित किया कि जो व्यवस्था नगर निगम ने सेण्ट एन्ड्रूज डिग्री कालेज के सामने किया वही व्यवस्था इनके लिये भी किया जाना बहुत जरूरी है। अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा ने सभी परिचय-पत्र प्राप्त विक्रेताओं को नगर निगम में बुलाया है।