UP Roadways: गोरखपुर से वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर और दिल्ली की नहीं मिल रहीं बसें
पिछले चार दिनों से गोरखपुर और कचहरी स्टेशनों से लखनऊ वाराणसी प्रयागराज कानपुर और दिल्ली के लिए रोडवेज की बसें नहीं मिल रहीं। देवरिया तमकुही पडरौना महराजगंज ठुठीबारी और सोनौली आदि लोकल रूटों पर भी बसों का टोटा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर और कचहरी स्टेशन पर बसों की कमी ने पूर्वांचल के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। छठ पर्व पर घर आए प्रवासियों की वापसी कठिन हो गई है। पिछले चार दिनों से गोरखपुर और कचहरी स्टेशनों से लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर और दिल्ली के लिए रोडवेज की बसें नहीं मिल रहीं। देवरिया, तमकुही, पडरौना, महराजगंज, ठुठीबारी और सोनौली आदि लोकल रूटों पर भी बसों का टोटा है।
पिछले चार दिनों से गोरखपुर और कचहरी स्टेशन से नहीं मिल रहीं लंबी दूरी की रोडवेज की बसें
लखनऊ और कानपुर जाने वाले लोग गोरखपुर स्टेशन पर परेशान ही रहे। मंगलवार देर रात तक दुश्वारी जारी रही। लोग दिन में बसों का इंतजार तो करते ही रहे, देर रात ठंड में भी परिवार के साथ भटकते रहे। सड़क पर बैठे मनोहर कानपुर की बस का इंतजार कर रहे थे। उनका कहना था, महराजगंज से आए हैं। इस समय वापस भी नहीं जा सकते।
कुशीनगर से गोरखपुर पहुंचे चंद्रभान, देवेंद्र, शीतल और परमात्मा दिल्ली की बस का इंतजार कर रहे थे। उनका कहना था कि एक-दो बसें आ रही हैं लेकिन खड़ा होने के पहले ही भर जा रही हैं। गेट पर खड़ा होने के लिए भी जगह नहीं मिल रही। गोरखपुर ही नहीं लखनऊ, कानपुर और दिल्ली में भी बसें कम पड़ गई है। हालांकि, कुछ यात्री प्राइवेट बसाें (डग्गामार) से अधिक किराया देकर अपनी यात्रा पूरी कर रहे हैं। दरअसल, गोरखपुर परिक्षेत्र से 400 बसें सुल्तानपुर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में चली गई हैं। शेष 300 बसें ही विभिन्न रूटों पर चलाई जा रही हैं।
आज से सामान्य हो जाएगी स्थिति
गोरखपुर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक एके मिश्रा के अनुसार प्रयास किया जा रहा है कि यात्रियों को कोई परेशानी न हो। इसके बाद भी कुछ दिक्कतें हुई हैं। मंगलवार की रात सुल्तानपुर से सभी बसें वापस आ जाएंगी। बुधवार से स्थिति सामान्य होने की संभावना है।