नेपाली पर्यटकों से गुलजार हुई बुद्ध नगरी, पर्यटन कारोबारियों के चेहरे पर दिखी खुशी Gorakhpur News
कुशीनगर में विदेशी पर्यटक पहली बार आए। नेपाली पर्यटकों के दल के आने से बुद्धनगरी गुलजार हुई तो पर्यटन कारोबारियों के चेहरे भी खिल उठे। 35 सदस्यीय नेपाली पर्यटकों का दल सुबह कपिलवस्तु का भ्रमण करने यहां पहुंचा।
गोरखपुर, जेएनएन : कोविड- 19 संक्रमण काल के दौर के बाद कुशीनगर में विदेशी पर्यटक पहली बार आए। नेपाली पर्यटकों के दल के आने से बुद्धनगरी गुलजार हुई तो पर्यटन कारोबारियों के चेहरे भी खिल उठे। 35 सदस्यीय नेपाली पर्यटकों का दल सुबह कपिलवस्तु का भ्रमण करने यहां पहुंचा।
काठमांडू से शुरू की यात्रा
पर्यटकों ने काठमांडू से अपनी यात्रा शुरू की और सर्वप्रथम भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी में दर्शन व पूजन-वंदन किया। दल का नेतृत्व कर रहे भिक्षु त्रिरत्न महाथेरा ने बताया कि पिछले साल मार्च में आने की योजना थी, किंतु इंडो-नेपाल बार्डर बंद हो जाने के कारण नहीं आ सके। अब नेपाल सरकार ने पर्यटक दल को भारत जाने की इजाजत दी तो हम लोग आ पाए।
दल ने बुद्ध प्रतिमा के समक्ष की पूजा-अर्चना
दल ने महापरिनिर्वाण मंदिर में बुद्ध की शयन मुद्रा वाली प्रतिमा के समक्ष पूजा-अर्चना की और शयन मुद्रा वाली प्रतिमा पर चीवर अर्पित किया। उन्होंने पूरी दुनिया में शांति व खुशहाली के लिए कोविड-19 वायरस के खात्मे की प्रार्थना की। पर्यटकों ने माथा कुंवर बुद्ध मंदिर, रामाभार स्तूप का दर्शन, पूजन, वंदन किया। नेपाली दल ने क्राफ्ट, वस्त्र, मूर्तियां आदि की खरीदारी भी की।
खान- पान का भी उठाया लुत्फ
खान-पान का लुत्फ भी उठाया। देर शाम नेपाली दल वापस काठमांडू लौट गया। यहां पहुंचने पर इनका स्वागत पर्यटन व्यवसायी टीके राय ने किया। दल में मनोज बज्राचार्या, सुधा शाक्य, शगुन शाक्य, अरहंत शाक्य, सुनीता बज्राचार्य आदि शामिल रहे।
अन्य देशों के पर्यटकों के आने की बढ़ी संभावना
पर्यटन कारोबारी अनुपम पाठक ने कहा कि एक अच्छी शुरुआत हुई है। नेपाली पर्यटकों का आगमन पुराने दिनों के लौटने का संकेत है। अन्य देशों के पर्यटकों के आने की संभावना बढ़ी है। जल्द ही बुद्धनगरी की रौनक पूर्व की भांति लौट आएगी। कोरोना के कारण काफी नुकसान हुआ था। पर्यटकों के आने से उम्मीद बंधी है कि नुकसान की भरपाई कर ली जाएगी।