BSNL : 300 में बचे सिर्फ 120, एक साथ सेवानिवृत्त हुए 180 कर्मचारी व अधिकारी Gorakhpur News
BSNL में एक साथ 180 अधिकारी-कर्मचारी एक साथ सेवानिवृत्त हुए। इसमें 176 ने वीआरएस के तहत सेवानिवृत्ति ली जबकि चार व्यक्ति सामान्य रूप से सेवानिवृत्ति हो गए।
गोरखपुर, जेएनएन। भारतीय संचार निगम लिमिटेड गोरखपुर में शुक्रवार का दिन अहम रहा। एक साथ 180 अधिकारी-कर्मचारी एक साथ सेवानिवृत्त हुए। इसमें 176 ने वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना) के तहत सेवानिवृत्ति ली, जबकि चार व्यक्ति सामान्य रूप से सेवानिवृत्ति हो गए। सेवानिवृत्ति के अवसर पर प्रधान महाप्रबंधक दूरसंचार कार्यालय पर एक समारोह का आयोजन किया गया था। वहां उन्हें अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर विदा किया गया।
दी गई विदाई
भारतीय संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) में जिले में कुल 300 अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत थे। शुक्रवार को 180 कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने के बाद जिले के अधिकारी व कर्मचारियों की संख्या मात्र 120 रह गई। प्रधान महाप्रबंधक दूरसंचार देवेन्द्र कुमार सिंह ने सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी व कर्मचारियों को शॉल व स्मृति चिन्ह भेंटकर विदाई दी और विभाग में लंबी सेवा देकर यह सदैव लोगों को बीएसएनएल की सेवाएं प्रदान करते रहे। सेवानिवृत्त होने वालों में एजीएम मोबाइल सेवा एमपी श्रीवास्तव, जेई प्रहलाद पाण्डेय, फोन मैकेनिक रामभरथ निषाद, बिहारी लाल सहित ओम नारायण सिंह, चक्रवर्ती, राजेश कुमार, आनंद चतुर्वेदी आदि शामिल रहे।
यूं ही नहीं चाहते थे वीआरएस लेना
यह लोग वीआरएस के लिए यूं ही परेशान नहीं थे। अधिकांश लोग चाहते हैं कि उन्हें वीआरएस मिल जाए। उन्हें सेवानिवृत्ति अवधि तक की राशि 25 फीसद अधिक धनराशि के साथ भुगतान की जा रही है। ऐसे में जो वीआरएस के लिए अर्ह था, वह चाहता है कि हरहाल में उनकी वीआरएस मंजूर हो जाए। विभाग में 184 अधिकारी-कर्मचारी इसके लिए अर्ह थे। सिर्फ आठ अधिकारी कर्मचारी ऐसे हैं, जिनकी वीआरएस मंजूर नहीं हुई है। हालांकि विभाग कहता है कि यह वह लोग हैं, जो यह सोंचते हैं कि वह आखिर घर जाकर क्या करेंगे।
किसने ली है वीआरएस
ग्रुए-ए से सात वीआरएस के योग्य थे। छह ने वीआरएस लिया है। ग्रुप बी में 10 व्यक्ति एलिजबेल थे। सभी ने वीआरएस लिया है। ग्रुप सी में 152 व्यक्ति योग्य थे। 148 ने वीआरएस लिया है। ग्रुप डी में 15 व्यक्ति योग्य थे। 12 ने वीआरएस लिया है। वीआरएस लेने वालों में चालीस कर्मचारी ऐसे हैं, जिनकी आयु 50 से 55 वर्ष के बीच की है।