BRD Medical College: कोविड अस्पताल में शिफ्ट होगा बाल रोग विभाग, जून से शुरू होगा उपचार
नियो नेटल व इंसेफ्लाइटिव वार्ड भी बाल सेवा संस्थान में जाएगा। बता दें कि कोरोना की पहली लहर में संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बीआरडी के 500 बेड के बाल रोग संस्थान को कोविड आस्पताल बनाया गया था।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बीआरडी मेडिकल कालेज का 500 बेड का बाल सेवा संस्थान अब बाल रोग विभाग को सौंप दिया जाएगा। अभी इसमें कोविड संक्रमितों का उपचार किया जा रहा था। नियो नेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (एनआइसीयू), इंसेफ्लाइटिस वार्ड व विभाग के कार्यालय को अब कोविड अस्पताल में ही शिफ्ट कर दिया जाएगा। तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। जून से वहां बाल रोग विभाग के कार्य किए जाने की संभावना है। अब वहीं बच्चों का उपचार किया जाएगा।
संक्रमितों की संख्या बढ़ने पर बनाया गया था कोविड अस्पताल: बाल सेवा संस्थान कोरोना की पहली लहर के पूर्व बनकर तैयार हो गया था। 2020 में जब कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी तो इसे कोविड अस्पताल बना दिया गया। पहली से लेकर तीसरी लहर तक इस अस्पताल में संक्रमितों का उपचार किया गया। तीसरी लहर समाप्त होने के बाद इसमें बाल रोग विभाग को शिफ्ट किए जाने की तैयारियां शुरू हो गई थीं। अस्पताल तैयार भी हो गया है। लेकिन पिछले माह में देश के अनेक भागों में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने की वजह से पुन: कोरोना के लौटने की आशंका को देखते हुए विभाग को इसमें शिफ्ट नहीं किया गया।
जून के पहले सप्ताह में किया जाएगा शिफ्ट: प्राचार्य डा. गणेश कुमार ने बताया कि अस्पताल पूरी तरह तैयार है। जून के पहले सप्ताह में इसमें बाल रोग विभाग को शिफ्ट कर दिया जाएगा। नेहरू अस्पताल (जहां अभी बाल रोग विभाग है) में केवल 20 बेड का एनआइसीयू रखा जाएगा ताकि नवजातों को कोई दिक्कत हो तो भर्ती किया जा सके।
कोविड अस्पतालों में भर्ती होने लगे सामान्य रोगी: कोरोना के मामले बेहद कम होने के बाद अब सरकारी कोविड अस्पतालों में सामान्य रोगी भर्ती किए जा रहे हैं। सीएमओ डा. आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि अब कोरोना के बहुत ही कम रोगी आ रहे हैं। जिनमें संक्रमण मिल भी रहा है, उनमें लक्षण नहीं है। इसलिए अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं है। अब सामान्य रोगियों को कोविड अस्पतालों में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है।