BRD मेडिकल कॉलेज में लापरवाही की हद, ICU में अंबू बैग से देते रहे आक्सीजन, मरीज की चली गई जान
BRD Medical College आइसीयू में बिजली चले जाने से वेंटीलेटर काम नहीं कर रहा था। ऐसे हृदय व सांस ठीक रखने के लिए डॉक्टरों द्वारा मरीज को अंबू बैग से ऑक्सीजन दिया जा रहा था। जिससे रोगी ने दम तोड़ दिया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बीआरडी मेडिकल कालेज में घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। मेडिसिन विभाग के आइसीयू में अचानक बिजली चली गई। वेंटीलेटर ने काम करना बंद कर दिया। डॉक्टर हृदय गति व सांस ठीक रखने के लिए रोगी को अंबू बैक से आक्सीजन देने लगे। लेकिन रोगी की जान बच नहीं पाई। हालांकि कालेज प्रशासन का दावा है कि बिजली जाने की स्थिति में पर्याप्त बैकअप रखा गया है। फिलहाल बैकअप काम नहीं कर रहा था और अंबू बैग से आक्सीजन देने की नौबत आ गई।
तीन दिसंबर को भर्ती कराया गया था मरीज
देवरिया के टड़वा गांव के 45 वर्षीय कर्ताराम सिंह को स्वजन ने उपचार के लिए मेडिकल कालेज के मेडिसिन वार्ड नंबर 14 में तीन दिसंबर को भर्ती कराया था। उन्हें झटका आ रहा था। उनके चचेरे भाई भोलू ने बताया कि मंगलवार की सुबह कर्ताराम ने घरवालों से बात की। उनकी स्थिति अच्छी थी। अचानक उन्हें आक्सीजन का पाइप लगाकर आइसीयू में बेड नंबर दो पर शिफ्ट कर दिया गया।
घरवारों ने डॉक्टरों पर लगाया यह आरोप
डॉक्टरों को उन्हें आइसीयू में ले जाने से मना भी किया गया लेकिन वे नहीं माने। शाम को बिजली कट गई। उन्हें अंबू बैग से आक्सीजन देने लगे। इसी दौरान उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि तीन दिन बाद हम लोग आएंगे और संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे।
क्या कहते हैं प्राचार्य
बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि अभी तक इस मामले में किसी ने शिकायत नही की है। आइसीयू में बिजली जाने की स्थिति के लिए बैकअप की व्यवस्था की गई है। कोई डाक्टर रोगी की जान बचाने की ही कोशिश करता है। शिकायत मिली तो जांच कराई जाएगी और इसमें यदि डाक्टर की लापरवाही सामने आई तो कार्रवाई की जाएगी।
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