रक्तचाप के रोगी बरतें यह सावधानी, वरना हो सकता है पक्षाघात
ठंड का मौसम उच्च रक्तचाप के रोगियों के अनुकूल नहीं होता है। अचानक रक्तचाप बढ़ जाता है और पक्षाघात हो सकता है। इसलिए इसके रोगी नियमित दवा खाते रहें। पीने व नहाने में गर्म पानी का प्रयोग करें। गर्म पानी से नहाकर अचानक ठंड में बाहर न निकलें।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। ठंड का मौसम उच्च रक्तचाप के रोगियों के अनुकूल नहीं होता है। अचानक रक्तचाप बढ़ जाता है और पक्षाघात हो सकता है। इसलिए इसके रोगी नियमित दवा खाते रहें। ठंड से बचकर रहें। पीने व नहाने में गर्म पानी का प्रयोग करें। गर्म पानी से नहाकर अचानक ठंड में बाहर न निकलें। सुबह टहलने निकलें तो गर्म कपड़े पहनें।
यह बातें बाबा राघव दास मेडिकल कालेज के न्यूरो फिजिशियन डा. नागेंद्र वर्मा ने कही। वह दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम 'हैलो डाक्टर' में रविवार को जनता के प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे। सिंघड़िया निवासी रामकरन विश्वकर्मा ने पूछा था कि रक्तचाप के रोगियों को ठंड में क्या सावधानी बरतनी चाहिए? उनके प्रश्न का उत्तर देते हुए डा. वर्मा ने कहा कि ठंड से बचते हुए योग-व्यायाम करते रहें। पानी पर्याप्त पीएं। ठंड में लोग पानी कम पीते हैं। कम से कम डेढ़ लीटर प्रतिदिन पीना है। नमक का प्रयोग कम करें। पक्षाघात होने पर तत्काल अस्पताल पहुंचे। प्रस्तुत हैं प्रश्न-उत्तर।
प्रश्न- कुछ दिनों से हाथों में कंपन हो रहा है। -पीपी मिश्रा, हांसूपुर
उत्तर- यह पार्किंसन का लक्षण हो सकता है। मेडिकल कालेज में बुधवार या शनिवार को आकर दिखा लें।
प्रश्न- मुझे ट्राईजेमिनल न्यूराल्जिया की दिक्कत है। दवा चल रही है। दो दिन से छाती में दायीं तरफ बहुत दर्द हो रहा है। -प्रमोद शर्मा, देवरिया
उत्तर- बिना देखे कुछ नहीं कहा जा सकता है। मेडिकल कालेज में आकर दिखा लें।
प्रश्न- कमर से लेकर पूरे पैर में दर्द है। पंजे में झुनझुनाहट भी होती है। -सूरज लाल श्रीवास्तव, पादरी बाजार।
उत्तर- सियाटिका की समस्या लग रही है। पीठ के बल लेटकर दोनों घुटनों को मोड़कर छाती तक ले जाएं, पांच सेकेंड तक रोकें। सुबह-शाम 20-20 बार करें। आराम नहीं मिलने पर मेडिकल कालेज में दिखा लें।
प्रश्न- दोनों हाथों की उंगलियों में झुनझुनाहट व दर्द है। हाथ उठाने में भी दिक्कत होती है। -शरद कुमार जकी, बशारतपुर।
उत्तर- सोते समय हाथ मोड़कर न साेएं। बाजार से कारपल टनल स्प्लिंट ले लें, उसे हाथों में लगाकर साेएं तो हाथ मुड़ेगा नहीं। आराम मिल जाएगा।
प्रश्न- 2016 से मुझे पार्किंसन की समस्या है। पीजीआइ से दवा चल रही है लेकिन 2017 से मैं दिखाने नहीं जा पाया। वही दवा नियमित रूप से खा रहा हूं। कुछ दिनों से कंपन बढ़ रहा है। - रमेश चंद्र राय, हुमायूंपुर उत्तरी।
उत्तर- मेडिकल कालेज में आकर दिखा लें। बिना देखे कोई दवा नहीं बताई जा सकती है।
प्रश्न- दोनों पैर घुटने के नीचे सुन्न हो जाता है। - कनक लता श्रीवास्तव, अलहदादपुर
उत्तर- शुगर की जांच कराएं। बढ़ा हो तो उसकी दवा कराएं। सामान्य होने पर मेडिकल कालेज में आकर दिखा लें।
प्रश्न- मेरे पति शुगर के रोगी हैं। उनके सिर में अक्सर दर्द होता है। - मंजू तिवारी, खजनी।
उत्तर- जब दर्द हो तो उस समय उनके रक्तचाप की जांच करा लें। आमतौर पर रक्तचाप बढ़ने पर ऐसा होता है। यदि सामान्य आता है तो मेडिकल कालेज में आकर दिखा लें।
प्रश्न- रात को सोते समय चौंककर उठ जाते हैं। पूरा शरीर हिल जाता है। - अनूप मिश्रा, रुस्तमपुर।
उत्तर- यह झटके का ही एक रूप है। मेडिकल कालेज में आकर दिखा लें।
प्रश्न- पत्नी हमेशा नकात्मक रूप से सोचती रहती हैं। - सुरेश गाेयल, गोलघर
उत्तर- इसका असली समाधान काउंसिलिंग है। आपसी बातचीत से यह समस्या हल हो सकती है। ठीक न होने पर किसी मानसिक रोग विशेषज्ञ को दिखाएं।
प्रश्न- दादी के पैरों में दर्द है। अक्सर पैर सुन्न हो जाते हैं। - अभिषेक द्विवेदी, महादेवा बाजार।
उत्तर- सियाटिका की समस्या लग रही है। दोनों घुटनों को मोड़कर छाती तक ले जाएं। पांच सेंकेंड तक रोकें। सुबकह-शाम इसे 20-20 बार करें।
इन्होंने भी पूछे प्रश्न
अलीनगर से राम सुमेर वर्मा, रेखा गौड़ व सुजीत श्रीवास्तव, मोहद्दीपुर से किरन मिश्रा, बिछिया से रामभवन सिंह, असुरन से उमा मद्धेशिया, गोरखनाथ से रामनिवास, रुस्तमपुर से नैना सिंह, पैडलेगंज से विवेक वर्मा, तारामंडल से सुमित अग्रवाल ने भी प्रश्न पूछे।