LockDown 4: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा-45 लाख सूक्ष्म व लघु उद्योगों को चलाने में मिलेगी ताकत, Gorakhpur News
प्रदेश अध्यक्ष भाजपा गोरखपुर के क्षेत्रीय कार्यसमिति की बैठक को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा िकि आर्थिक पैकेज से करोड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा।
गोरखपुर, जेएनएन। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार से मिला 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज प्रदेशवासियों को बड़ी राहत देगा। उन्होंने मुफ्त चना, चावल वितरण, उज्ज्वला योजना के कनेक्शनधारियों को तीन माह तक मुफ्त रसोई गैस, जनधन के खातों में पांच-पांच सौ रुपये दिए जाने का जिक्र किया।
आर्थिक पैकेज से प्रवासी मजदूरों का रुकेबा पलायन
प्रदेश अध्यक्ष भाजपा गोरखपुर के क्षेत्रीय कार्यसमिति की बैठक को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे। क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आर्थिक पैकेज से 45 लाख सूक्ष्म व लघु मध्यम उद्योगों को चलाने में ताकत मिलेगी। इससे करोड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा व प्रवासी मजदूरों का पलायन रुकेगा।
अब तक 2.62 करोड़ भोजन के पैकेट व राशन किट का वितरण
बैठक में प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने संगठन के सेवा कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि 2.62 करोड़ भोजन के पैकेट व राशन किट का वितरण कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया है। दो करोड़ आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कराए गए। 37 लाख माक्स, सैनिटाइजर और साबुन आदि का वितरण किया गया। प्रदेश महामंत्री व गोरखपुर क्षेत्र के प्रभारी, विधायक पंकज सिंह ने महामारी में धैर्य व साहस के साथ कार्य करने के लिए कार्यकर्ताओं की सराहना की। महामंत्री संगठन रत्नाकर ने पार्टी की गतिविधियों पर चर्चा की। इस दौरान पूर्व विधायक शिवेंद्र चौधरी, दुर्गा राय, पूर्व मंत्री जयप्रकाश निषाद, विनोद राय, अजय सिंह गौतम, डॉ. सत्येंद्र सिन्हा, सज्जन मणि त्रिपाठी, हरिनाथ भाई, सहजानंद राय, देवेंद्र यादव, विश्वजीताशु सिंह आशू, प्रदीप शुक्ला, अजय तिवारी, डॉ. शकुंतला चौहान, वृंदा कुशवाहा, जितेंद्र प्रताप राव, सुनीता श्रीवास्तव, गोपेश्वर तिवारी, रणजीत राय बड़े आदि उपस्थित रहे।
कपड़ा, रेडीमेड, ज्वेलरी की दुकानों के लिए भी मिले अनुमति
ऑनलाइन बैठक में व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पुष्प दंत जैन ने गोरखपुर के कपड़ा, रेडीमेड, होजरी, ज्वेलर्स, जूते-चप्पल, श्रृंगार प्रसाधन आदि के दुकानों को भी खोलने का सुझाव रखा। उन्होंने कहा कि इसके लिए ई-पास की बाध्यता खत्म होनी चाहिए। 60 दिनों की लगातार बंदी से व्यापारी तबाह हो चुके हैं। हर व्यापार से कामगार जुड़े हुए हैं। दुकानों के बंद होने से उनकी जीविका खत्म हो गई है।