किसानों के सुनहरे भविष्य की उम्मीद लिए लौटे देश भर के डेलीगेट
गोरखपुर में राष्ट्रीय किसान अधिवेशन में देश भर से भाग लेने आए कार्यकर्ता लौट गए। कार्यकर्ताओं ने जो जानकारी यहां मिली उसे अपने क्षेत्रों में किसानों तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
उमेश पाठक, गोरखपुर। गुरु गोरक्षनाथ की धरती पर दो दिनों तक आयोजित राष्ट्रीय किसान अधिवेशन में भाग लेने आए डेलीगेट किसानों के सुनहरे भविष्य की उम्मीद लिए लौट गए। वरिष्ठ नेताओं से किसानों के हित में किए जा रहे कार्यों की जो जानकारी यहां मिली, उसे अपने क्षेत्रों में किसानों तक पहुंचाने का संकल्प लिया। अलग-अलग राज्यों से आए किसान प्रतिनिधियों के साथ उन क्षेत्रों की समस्याओं पर चर्चा हुई और कुछ समाधान भी निकल आए। बातचीत में सभी ने इस अधिवेशन को कामयाब बताया। उनके अनुसार मोदी सरकार की ओर से किसानों के हित में किए गए कार्यों से उनपर किसानों का विश्वास बढ़ा है।
देश भर से आए किसानों ने कहा
तमिलनाडु से आए मोहनप्रिया ने कहा कि अधिवेशन का अनुभव काफी अच्छा रहा। हम अपने यहां किसानों को उनके लिए चलाई गई योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे। पुडुचेरी से आए एलांगोवन और आर रविचंद्रन,ने कहा कि हम किसानों को असलियत बताएंगे कि और सरकारें उन्हें कैसे छल रही हैं। मोदी सरकार ने हित में जो कदम उठाए हैं, उसकी जानकारी भी देंगे। केंद्र सरकार की अच्छी योजनाओं की आलोचना करने वालों की पोल खोलनी है। यहां से जो सीखा है, उसे किसानों तक पहुंचाएंगे। केरल से आए एमके रामदास ने कहा कि हमारे यहां किसानों की समस्याएं इधर से कुछ अलग हैं। यहां चर्चा हुई है और समाधान की उम्मीद भी जगी है।
जो कुछ सीखा, वह किसानों को बताएंगे
आंध्रप्रदेश ने आईं राजलक्ष्मी ने कहा कि अधिवेशन में किसानों के हित में चल रही योजनाओं के बारे में जानने का अवसर मिला। इसका फायदा उन तक पहुंचाएंगे। किसान सम्मान निधि योजना की बारीकियां भी जानने को मिली हैं। इसकी आलोचना करने वालों को अब जवाब दे सकेंगे। झारखंड से आए संतलाल ने कहा कि परमानिक अधिवेशन में कुछ नया सीखने की उम्मीद लेकर आए थे, सीखने को मिला भी। अब हम अपने यहां के किसानों को जानकारी देंगे।
फायदेमंद रहा अधिवेशन
ओडिसा से आए श्रीनिवासन प्रधान ने कहा कि अधिवेशन के बहाने अन्य प्रदेश के लोगों से भी जानकारी मिली है। इस अनुभव का प्रयोग किसानों के हित में किया जाएगा। पंजाब से आए सुखविंदर पाल सिंह ने कहा कि देश के कोने-कोने से आए किसानों के लिए यह अधिवेशन काफी फायदेमंद रहा है। किसानों की दशा सुधरने की उम्मीद बढ़ी है। पंजाब से आए डॉ. कमल सोई ने कहा कि यह अधिवेशन अपने उद्देश्यों में सफल रहा है। यहां से निकली बात देश के आम किसानों तक पहुंचेगी और उनकी दशा जरूर सुधरेगी। झारखंड ने सुरेश महतो कहा कि अधिवेशन में वरिष्ठ पदाधिकारियों ने किसानों की समस्याओं पर चर्चा की। यहां से हमें नई ऊर्जा मिली है। अरुणाचल प्रदेश की पिंकी ने कहा कि हमारे प्रदेश में समस्याएं कुछ अलग हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी है। यहां से काफी कुछ सीखने को मिला है। अपने क्षेत्र में किसानों को जागरूक करूंगी।