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गोरखपुर में शुरू हुई स्नातक एमएलसी चुनाव की तैयारी, टिकट के लिए दावेदारों ने शुरू किया जोड़ तोड़

Municipal Elections and 2024 भारतीय जनता पाटी र्ने गोरखपुर-फैजाबाद एमएलसी चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। संभावित प्रत्याशियों ने अपने अपने मतदाताओं को सहेजने का कार्य शुरू कर दिया है। कुछ दावेदार तो बाकायदा वाट्सएप ग्रुप बनाकर मतदाताओं की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 07 Aug 2022 10:02 AM (IST)Updated: Mon, 08 Aug 2022 09:19 AM (IST)
गोरखपुर में शुरू हुई स्नातक एमएलसी चुनाव की तैयारी, टिकट के लिए दावेदारों ने शुरू किया जोड़ तोड़
गोरखपुर-फैजाबाद एमएलसी चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। - प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। नगर निकाय चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा ने 2023 में होने वाले गोरखपुर-फैजाबाद एमएलसी चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव में टिकट की दावेदारी करने की योजना बना चुके कई संभावित प्रत्याशियों ने कार्यकर्ताओं के जरिये अपने मतदाताओं को सहेजना शुरू कर दिया है। ऐसे मतदाताओं को, जो उनके प्रति समर्पित हों, सहेजने के लिए कार्यकर्ताओं की टीम तैयार कर ली है। कार्यकर्ताओं ने सूची बनाकर मतदाताओं का फोटो सहित ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया है।

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अपने पक्ष का मतदाता बनाने के लिए इकट्ठा कर रहे ब्योरा

टिकट के दावेदार अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए मतदाताओं को सहेजने में इंटरनेट मीडिया की मदद भी ले रहे हैं। कुछ दावेदारों तो बाकायदा वाट्सएप ग्रुप बनाकर मतदाताओं की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं, जिससे उन्हें औपचारिक रूप से मतदाता बनाने की प्रक्रिया पूरी करने में किसी तरह की अड़चन न आए। साथ ही कोई ऐसा व्यक्ति मतदाता बनने से चूक न जाए, जिसका वोट संबंधित प्रत्याशी के पक्ष में पड़े।

एक अक्टूबर से शुरू होगी प्रक्रिया

मतदाता बनाए जाने की प्रक्रिया चूंकि एक अक्टूबर से शुरू होगी, ऐसे में दावेदारों की पूरी कोशिश है कि वह अपने मतदाताओं को ब्योरा तबतक जरूर एकत्र कर लें। एक नवंबर 2022 से तीन साल पहले स्नातक डिग्री हासिल करने वाला व्यक्ति ही पार्टी सूत्रों के मुताबिक 17 जिले और 92 विधानसभा क्षेत्र वाले गोरखपुर-फैजाबाद स्नातक एमएलसी चुनाव में आधा दर्जन से अधिक भाजपा नेताओं ने अप्रत्यक्ष रूप से टिकट की दावेदारी करनी शुरू कर दी है। इनमें से दो नाम गोरखपुर जिले से भी हैं।

तीन साल पहले स्नातक डिग्री पाने वाले ही बन सकेंगे मतदाता

जनवरी-फरवरी 2023 में प्रस्तावित चुनाव के लिए मतदाता सूची तैयार करने का कार्य एक अक्टूबर से शुरू होगा। नए सिरे से मतदाता सूची बनाई जाएगी। वही व्यक्ति मतदाता बनाया जा सकेगा, जिसने एक नवंबर 2022 से तीन वर्ष पूर्व स्नातक डिग्री हासिल की हो। मतदाता बनने के लिए आवेदन की अंतिम तिथि सात नवंबर 2022 निर्धारित है।

गोरखपुर-फैजाबाद स्नातक क्षेत्र में यह जिले हैं शामिल

गोरखपुर, बस्ती, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, संतकबीर नगर, सिद्धार्थनगर, बहराइच, गोंडा, आजमगढ़, मऊ, सुल्तानपुर, अमेठी, अयोध्या, अंबेडकर नगर, श्रवास्ती, बलरामपुर।

तीन बार स्नातक एमएलसी चुने जा चुके हैं देवेंद्र

एमएलसी स्नातक सीट के लिए 1968 से चुनाव हो रहा है। पहली बार इस सीट से पं. सुरति नारायण मणि त्रिपाठी ने जीत दर्ज की थी। 1974 में हुए दूसरे चुनाव में भी उन्हें ही जीत हासिल हुई थी। 1980 में एडवोकेट कृष्णपाल सिंह जीत दर्ज कर विधान परिषद सदस्य बने थे। 1986 के चुनाव में कृष्णपाल सिंह को दोबारा जीत मिली। 1992 में परशुराम मणि त्रिपाठी स्नातक एमएलसी बने। 1998 में देवेन्द्र प्रताप सिंह पहली बार विधान परिषद के सदस्य बने। 2004 में डा. वाईडी सिंह से हार का सामना करना पड़ा। 2010 में देवेंद्र सिंह को फिर से एमएलसी बनने में सफलता मिली। जीत का यह सिलसिला 2016 में भी जारी रहा। देवेंद्र सिंह एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो तीन बार स्नातक एमएलसी रह चुके हैं।

वर्षवार अब तक चुने गए स्नातक एमएलसी

1968 - पं. सुरति नारायण मणि त्रिपाठी

1974 - पं. सुरति नारायण मणि त्रिपाठी

1980 - कृष्णपाल सिंह, एडवोकेट

1986 - कृष्णपाल सिंह, एडवोकेट

1992 - परशुराम मणि त्रिपाठी

1998 - देवेन्द्र प्रताप सिंह

2004 - डा. वाईडी सिंह

2010 - देवेन्द्र प्रताप सिंह

2016- देवेंद्र प्रताप सिंह।


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