BJP MLC देवेन्द्र सिंह ने सरकारी नौकरियों में संविदा नीति पर जताई आपत्ति, कहा- इससे कार्यालयों में बढेेेेगा भ्रष्टाचार
संविदा के आधार पर सरकारी नौकरी देने के सरकार के प्रस्ताव पर भाजपा एमएलसी देवेंद्र सिंह ने आपत्ति जताते हुए कहा कि इससे कार्यालयों में भ्रष्टाचार बढेेेेगा।
गोरखपुर, जेएनएन। समूह ख और ग की नौकरियों में प्रदेश सरकार की प्रस्तावित संविदा नीति से भाजपा एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने असहमति जताई है। उन्होंने कहा है कि प्रस्तावित सेवा नियमावली दोषपूर्ण और अन्याय तथा शोषण को बढ़वा देने वाली है। इससे युवाओं में नाराजगी दिख रही है और वह युवाओं के साथ हैं। इस बाबत मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उन्होंने प्रस्तावित सेवा नियमावली पर नए सिरे से विचार करने का अनुरोध किया है।
समूह ख व ग की नौकरियों के लिए प्रदेश सरकार तैयार कर रही है नई सेवा नियमावली
प्रदेश सरकार, समूह ख और ग के पदों पर भर्ती होने वालों को पांच साल तक संविदा पर रखने पर विचार कर रही है। इस अवधि में हर छह माह पर कार्यालयाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष और शासन के अधिकारी, इन पदों पर कार्यरत कर्मचारियों के कार्य का मूल्यांकन करेंगे। इस मूल्यांकन में 60 प्रतिशत से कम अंक पाने पर कर्मचारी को सेवा से वंचित कर दिया जाएगा।
एमएलसी बोले, अन्याय व शोषण को बढ़ावा देने वाली है नई नति, वह युवाओं के साथ
विज्ञप्ति जारी कर इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एमएलसी ने कहा है कि मूल्यांकन के नाम पर नवनियुक्त कर्मचारियों से धनउगाही करने के साथ ही अधिकारी उनका शोषण भी करने लगेंगे। यह व्यवस्था सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार और दुव्र्यवस्था बढ़ावा देने वाली साबित होगी।