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बड़ी लापरावही, गोरखपुर में कूड़े के ढेर में फेंकी गई कई कुंतल एक्सपायर दवाएं

गोरखपुर के सबसे बड़े दवा बाजार बेकार लाखों की दवाओं को खुले में ही फेक दिया जाता है। मेडिकल कचरा को निस्तारित करने के लिए नियम भी बनाए गए है लेकिन नियम का धडल्ले से उलंघन हो रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 28 Nov 2021 03:39 PM (IST)Updated: Sun, 28 Nov 2021 03:39 PM (IST)
बड़ी लापरावही, गोरखपुर में कूड़े के ढेर में फेंकी गई कई कुंतल एक्सपायर दवाएं
भलोटिया मार्केट में फेकी गयी दवाओं को एकत्रित करता मासूम। - अभिनव राजन चतुर्वेदी

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। पूर्वांचल की सबसे बड़ी थोक दवा मंडी भालोटिया मार्केट में एक्सपायर दवाएं खुले में फेंकी जा रही हैं। नियम यह है कि यदि टैबलेट एक्सपायर हुई है, तो उसे रैपर से निकालकर ठीक से कूटकर जमीन में तीन फीट नीचे रखकर ऊपर से मिट्टी डालनी है। सीरप या अन्य लिक्विड दवाओं के मामले में इन्हें पैकेट से निकालकर जमीन में डालना है। रैपर और पैकेट किसी भी हाल में न तो जलाना है और न ही जमीन में डालना है। मगर भालोटिया मार्केट में इसका पालन नहीं किया जा रहा है।

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पूर्वांचल की सबसे बड़ी थोक दवा मंडी में खुले में फेंकी जा रहीं एक्सपायर दवाएं

भालोटिया मार्केट के बीच में खुले मैदान में जगह-जगह दवाएं फेंकी गई हैं। ब'चे दवाओं की शीशियां खोलकर कभी-कभी पी भी ले रहे हैं। बेसहारा जानवर भी दवाएं खा जा रहे हैं। पिछले दिनों दवाओं को जलाते समय मार्केट आग के हवाले होते बचा। दमकल की कई गाडिय़ों को भेजकर प्रशासन ने किसी तरह आग पर काबू पाया था।

रोजाना फेंकी जा रही कई गत्ता दवाएं

मार्केट में रोजाना कई गत्ता दवाएं फेंकी जा रही हैं। दुकानों के कर्मचारी दवाएं लेकर मैदान में जाते हैं और गत्ते से गिरा देते हैं। इसके बाद कूड़ा बीनने वालों में एक्सपायर दवाएं लूटने की होड़ मच जाती है। अ'छी शीशियों वाली दवाओं को कबाड़ी मैदान में गिराकर शीशी बेच देते हैं। टैबलेट वाले पत्तों को मैदान में ही छोड़ दिया जाता है।

कोरोना संक्रमण के बाद दवाएं कम हो रहीं वापस

व्यापारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बाद कंपनियों ने एक्सपायर दवाएं वापस लेने में कमी कर दी है। कई कंपनियों ने एक्सपायर दवाओं की वापसी पर पूरी तरह रोक लगा दी है। ऐसी स्थिति में दवाएं फेंकने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता। व्यापारियों को हर साल लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है।

दवा एक्सपायर होने पर उसका सुरक्षित निस्तारण होना चाहिए। यदि टैबलेट है, तो उसे रैपर से निकालकर कूटकर पाउडर बनाना चाहिए फिर जमीन में रखकर ऊपर से मिट्टी डालनी चाहिए। पैकेट से सीरप निकालकर जमीन में डालना चाहिए। - जय सिंह, औषधि निरीक्षक।

एक्सपायर दवाओं को किसी भी हाल में इधर-उधर नहीं फेंकना चाहिए। ऐसी दवाओं के निस्तारण की नियमावली है। सभी व्यापारियों को इसका पालन करना चाहिए। एक्सपायर दवाओं के निस्तारण के तरीके की व्यापारियों को जानकारी दी जाएगी। - योगेंद्र नाथ दुबे, अध्यक्ष, दवा विक्रेता समिति।


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