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बाजार गरम, प्याज के दाम में उछाल

बाजार गरम होने के साथ प्याज के दाम में भी उछाल आ गया है। वजह मध्य प्रदेश से प्याज की आवक कम है

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 Jun 2018 01:05 PM (IST)Updated: Sat, 30 Jun 2018 01:05 PM (IST)
बाजार गरम, प्याज के दाम में उछाल
बाजार गरम, प्याज के दाम में उछाल

गोरखपुर : प्याज ने भी हरी सब्जियों की राह पकड़ ली है। पिछले 15-20 दिन से हरी सब्जियां महंगी हो गई हैं। इसके पहले आलू ने अपना रुआब झाड़ा था, अब प्याज ने भी महंगाई की राह पकड़ ली। 10 दिन पहले प्याज थोक मंडी में 10-12 रुपये प्रति किलो थी, अब 16-17 रुपये प्रति किलो बिक रही है। थोक मंडी के फुटकर बाजार में 100 रुपये पसेरी बिक रही है। फुटकर मंडी में इसकी कीमत 25 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। व्यापारियों के अनुसार प्याज का रेट अभी और भाग सकता है।

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शाहजहांपुर व मध्य प्रदेश में स्टॉक की हुई प्याज खराब हो गई है। स्टॉक करने से पूर्व वह बारिश में भीग गई थी। भीगी हुई प्याज बहुत दिन तक टिकती नहीं है। हलांकि व्यापारियों ने उसे सुरक्षित रखने के बहुत उपाय किए थे, बावजूद वह बच नहीं पाई। केवल नासिक में प्याज बची हुई है और वहीं से आ रही है। मांग के सापेक्ष प्याज की आपूर्ति कम होने से रेट महंगा हो गया है। दस दिन पहले जो प्याज थोक में 10-12 रुपये प्रति किलो बिकती थी, वही अब 16-17 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। आलू-प्याज के व्यापारी के शम्स तबरेज राइन ने कहा कि बीच में एक दिन प्याज थोक में 19 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थी। हालांकि एक दिन बाद फिर 17 रुपये पर आ गई। यही रेट एक सप्ताह से बना हुआ है। चूंकि केवल नासिक में प्याज बची है, इसलिए जल्दी खत्म हो जाएगी और नई प्याज आने में अभी समय है, इसलिए इसका रेट अभी और भाग सकता है। प्याज का रेट भागने का एक और कारण नासिक से यहां के किराये में प्रति क्विंटल पांच सौ रुपये का इजाफा है। पहले प्रति क्विंटल 3500 रुपये किराया लगता था, अब 4000 रुपये लगते हैं। अर्थात एक किलो पर चार रुपये किराया। इस तरह प्रति किलो 50 पैसे बढ़ गए। इससे भी प्याज महंगी हुई।

इसके अलावा आलू ने पिछले अप्रैल में अपनी अहमियत दिखा दी थी। जब कोल्ड स्टोरेज से आलू आना शुरू हुआ तो अचानक उसके थोक दाम में चार से पांच रुपये की वृद्धि हो गई। अप्रैल के पहले आलू 8-10 रुपये किलो बिक रहा था, जो अप्रैल से 14-15 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। फुटकर मंडी 20 रुपये प्रति किलो आलू लोग खरीदने को मजबूर हैं।

स्थानीय आलू ही मंडी में आ रहा है। महंगाई के चलते आगरा व शिकोहाबाद से आलू आना बंद हो गया है। व्यापारियों के अनुसार आगरा-शिकोहाबाद में 8-10 रुपये प्रति किलो का आलू कोल्ड स्टोरेज में रखा गया था। उस पर डेढ़ रुपये कोल्ड स्टोरेज का किराया, लगभग 50 पैसे छंटाई-बिनाई और 1.80 से दो रुपये तक ट्रासपोर्टेशन चार्ज, लगभग 14 रुपये प्रति किलो आलू की कीमत वहीं पड़ जा रही है, यहा मंडी में भी यही भाव बिक रहा है। इसलिए आगरा व शिकोहाबाद से आलू की आवक बंद हो गई है। इस समय स्थानीय व आसपास क्षेत्रों खासकर कन्नौज, बिल्लौर, बागरमऊ व बाराबंकी से आलू आ रहा है।


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