Move to Jagran APP

अवैध रूप से लाइन बिछाने पर बिजली व‍िभाग की बड़ी कार्रवाई- एक्सईएन, एसडीओ व जेई निलंबित

Basti News बिना स्‍वीकृत‍ि ल‍िए लाइन ब‍िछाना बिजली विभाग के अफसरों पर भारी पड़ा। जांच में मामला सही पाए जाने पर व‍िभाग ने एक्सईएन एसडीओ व जेई को न‍िलंब‍ित कर द‍िया है। न‍िलंबित करने के बाद सभी को मुख्‍य अभियंता कार्यालय से संबंद्ध क‍िया गया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 26 May 2022 11:17 AM (IST)Updated: Thu, 26 May 2022 11:17 AM (IST)
बस्‍ती में बिजली व‍िभाग के तीन अफसरों को निलंबित कर द‍िया गया है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

बस्ती, जागरण संवाददाता। विद्युत विभाग में शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई हुई है। अवैध लाइन निर्माण के मामले में एक साथ तीन अधिकारियों पर गाज गिरी है। विद्युत वितरण खंड प्रथम के एक्सईएन, एसडीओ और जेई को निलंबित कर दिया गया है। एक साथ हुई तीन बड़ी कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया है।

loksabha election banner

यह है मामला

33 केवी विद्युत उपकेंद्र बडे़वन के हवेली खास मोहल्ले में बिना किसी स्टीमेट और स्वीकृति के अवैध तरीके से पोल लगाकर लाइन का निर्माण करा दिया गया था। मामला प्रकाश में आया तो आनन-फानन में अपनी कारस्तानी छिपाने के लिए कुछ पोल उखाड़ दिए और उसपर लगा एबीसी केबल हटा दिया गया लेकिन साक्ष्य को नहीं मिटा सके थे। मुख्य अभियंता विद्युत वितरण मंडल बस्ती एमके अग्रवाल ने कमेटी गठित करते हुए मामले की जांच कराई। जांच रिपोर्ट में अवैध रूप से बनी लाइन का सच सामने आ गया। मुख्य अभियंता ने रिपोर्ट को मुख्यालय भेज दिया।

सभी मुख्‍य अभियंता कार्यालय संबंद्ध क‍िया गया

रिपोर्ट के आधार पर प्रबंध निदेशक पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वाराणसी विद्या भूषण ने अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड प्रथम संतोष कुमार, उप खंड अधिकारी अमहट मनोज कुमार यादव और अवर अभियंता बडे़वन कृष्ण मोहन यादव को दोषी मानते हुए निलंबित करते हुए मुख्य अभियंता कार्यालय मंडल बस्ती से संबद्ध कर दिया है। प्रबंध निदेशक ने पत्र में कहा है कि निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।

कई और मामले लेकिन चल रहे ठंडे बस्ते में

विद्युत विभाग में कई ऐसे और कारस्तानी किए गए हैं जो फिलहाल ठंडे बस्ते में चल रहे हैं। हालांकि विभाग में हुई इस तीन बड़ी कार्रवाई से अधिकारियों में डर का माहौल पैदा हो गया है। लोगों की माने तो पोल सिप्टिंग का खेल पुराना है। इसके अलावा विभाग में कई ऐसे लाइन का निर्माण किया गया है जो बिना पूर्ण कराए ही भुगतान के लिए फाइल लगा दी गई है। यही नहीं जांच के नाम पर भी उपभोक्ताओं को परेशान करने और लाइन बनाने के लिए कई लोग चकक लगा रहे हैं इसकी भी शिकायत हुई है। कार्रवाई के बाद अधिकारी अपनी गलती सुधार करने में जुट गए हैं। अधिकारियों के फोन तक नहीं उठ रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.