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सहज जनसेवा केंद्र संचालकों की उदासीनता के चलते सिस्टम की पेंच में फंसे आयुष्मान कार्ड

सिस्टम के फंसे पेंच की वजह से सिद्धार्थनगर जिले में आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को समय से कार्ड नहीं मिल रहा है। योजना शुरू होने के तीन वर्ष बीत जाने के बावजूद अभी तक लक्ष्य 741480 के सापेक्ष सिर्फ 162538 लाभार्थियों को ही कार्ड मिल पाया है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Mon, 13 Dec 2021 01:10 PM (IST)Updated: Mon, 13 Dec 2021 01:10 PM (IST)
सहज जनसेवा केंद्र संचालकों की उदासीनता के चलते सिस्टम की पेंच में फंसे आयुष्मान कार्ड
सहज जनसेवा केंद्र संचालकों की उदासीनता के चलते सिस्टम की पेंच में फंसे आयुष्मान कार्ड। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सिस्टम के फंसे पेंच की वजह से सिद्धार्थनगर जिले में आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को समय से कार्ड नहीं मिल रहा है। योजना शुरू होने के तीन वर्ष बीत जाने के बावजूद अभी तक लक्ष्य 741480 के सापेक्ष सिर्फ 162538 लाभार्थियों को ही कार्ड मिल पाया है। इसकी वजह से 579297 लोग चाहकर भी योजना के तहत पांच लाख रुपये का मिलने वाले निश्शुल्क इलाज का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं। जबकि पात्र मिले सभी बेहद गरीब परिवार से जुड़े हुए हैं।

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दो से तीन माह बाद मिलता है कार्ड

सिस्टम की मुख्य खामी कार्ड बनाने वाले सहज जनसेवा केंद्र के संचालक हैं। कम पैसा मिलने एवं कार्ड लाभार्थी के घर पहुंचने के बाद इन्हें सिर्फ 15 रुपये का भुगतान होता है। सारी प्रक्रिया पूरी होने में दो से तीन माह लग रहा है। आवेदन के बाद इन्हें कार्ड आने का इंतजार करना पड़ता है। तब तय शुल्क इनके खाते में आती है। जबकि अन्य कार्याें में इन्हें आवेदन के तुरंत बाद ही तय शुल्क मिल जाता है। जिसकी वजह से यह कार्ड बनाने में रुचि नहीं लेते हैं।

आयुष्‍मान कार्ड पर पांच लाख तक का निश्‍शुल्‍क होता है इलाज

केंद्र व प्रदेश सरकार ने गरीबों को पांच लाख रुपये तक निश्शुल्क इलाज की सुविधा मुहैया कराई है। इसके लिए संबंधित परिवार को योजना की पात्रता पूरी करनी होती है। इसके पश्चात एक कार्ड जारी होता है। इसमें सभी आवश्यक जानकारी दर्ज रहती है। इसे लेकर चिन्हित अस्पतालों में जाने पर इलाज की सुविधा मिलती है। तमाम कोशिशों के बावजूद पात्रों के पहुंच से कार्ड दूर है।

यह है नियम

आधार कार्ड बनवाने के लिए संबंधित व्यक्ति को चिन्हित सहज जनसेवा केंद्र पर जाना होता है। आवेदक से ही कार्ड बनवाने का शुल्क लिया जाता है। आनलाइन आवेदन होने के एक पखवारे के अंदर कार्ड मिल जाता है। आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्ड आने पर भुगतान का प्रावधान है।

दूर की जाएगी कठिनाई

सीएमओ डा. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि योजना से जुड़े अधिकारियों के साथ जल्द ही बैठक की जाएगी। पात्रों के कार्ड बनवाने में जो भी कठिनाई आ रही हैं, उसे दूर कराया जाएगा। सभी जरूरतमंदों को निश्शुल्क इलाज मिलेगा। कोताही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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