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Coronavirus in Gorakhpur: होम आइसोलेट मरीजों के लिए आयुर्वेद की दवाएं किसी वरदान से कम नहीं, अणु तैल की दो-दो बूंदें नाक में डालने से होगा लाभ

संक्रमितों को दी जाने वाली किट में उपलब्ध अणु तैल को प्रतिदिन नाक में दो-दो बूंद डालना चाहिए। नाक में तैल डालकर सांस के साथ अंदर की ओर खींचें दवा जब गले में पहुंच जाए तो इसे थूक दें। इससे बड़ी राहत मिलेगी।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 03:09 PM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 06:09 PM (IST)
Coronavirus in Gorakhpur: होम आइसोलेट मरीजों के लिए आयुर्वेद की दवाएं किसी वरदान से कम नहीं, अणु तैल की दो-दो बूंदें नाक में डालने से होगा लाभ
आयुर्वेद की दवाओं का फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। आयुर्वेद विभाग की ओर से कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए दवा उपलब्ध कराया जा रहा है। रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) में शामिल डाक्टर एवं आयुर्वेद कर्मी घर-घर दवा पहुंचा रहे हैं। इसके साथ ही इसे नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों या राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालयों से भी प्राप्त किया जा सकता है। ये दवाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही श्वसन तंत्र को भी मजबूत बनाती हैं। घर पर रह रहे संक्रमित मरीजों के लिए आयुर्वेद की दवाएं किसी वरदान से कम नहीं हैं।

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आयुर्वेद के डाक्‍टरों एवं फार्मेसिस्‍टों की लगी ड्यूटी

आरआरटी में आयुर्वेद विभाग के प्रभारी डा. पशुपति नाथ तिवारी ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर क्षेत्रीय आयुर्वेद अधिकारी डा. प्रकाश चंद ने आयुर्वेद चिकित्सालयों के प्रभारियों एवं फार्मासिस्टों की ड्यूटी नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना से बचाव के लिए टीका लगाने, सैंपल लेने एवं घर-घर जाकर गहन सर्विलांस करने में लगाई गई है। आरआरटी में तैनात डाक्टर विशेष कोरोना औषधि किट कोरोना पाजिटिव मरीजों को दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस किट की दवाएं शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के साथ-साथ श्वस्न तंत्र को भी मजबूत बनाती हैं।

घर पर रहकर इन दवाओं का करें प्रयोग

इस किट में उपलब्ध अणु तैल को प्रतिदिन नाक में दो-दो बूंद डालना चाहिए। नाक में तैल डालकर सांस के साथ अंदर की ओर खींचें, दवा जब गले में पहुंच जाए तो इसे थूक दें। डा. पशुपति नाथ ने बताया कि होम आइसोलेशन में रह रहे रोगी इन दवाओं के साथ ही आयुर्वेद शास्त्रों में बताए गए रसायन औषधि जैसे-त्रिफला, अश्वगंधा, शतावरी, ब्राम्ही, शंखपुुष्पी आदि का प्रयोग आयुर्वेद चिकित्सकों के परामर्श से करें।

आयुष कवच एप से लें परामर्श

डा. पशुपतिनाथ ने बताया कि आयुष विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा आयुष कवच एप विकसित किया गया है। सभी को प्ले स्टोर से इसे डाउनलोड कर उपयोग करना चाहिए। इस एप पर विशेषज्ञ आयुष डाक्टरों से परामर्श लिया जा सकता है। इसके अलावा कोरोना से बचाव के लिए आयुर्वेद परामर्श मोबाइल नंबर 9956419721 पर भी लिया जा सकता है।


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