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एटीएम सूखे, जेब भी खाली

गोरखपुर : शहर में कैश के संकट का पता इससे चलता है कि जयपुर का युवक चार दिन से रुपये के लिए मारे-मारे फिर रहा था।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Apr 2018 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 20 Apr 2018 07:00 AM (IST)
एटीएम सूखे, जेब भी खाली

गोरखपुर : शहर में कैश के संकट का पता इससे चलता है कि जयपुर का युवक चार दिन से रुपये के लिए शहर में मारे-मारे फिर रहा था। उसने चार सौ रुपये आटो रिक्शा पर खर्च कर दिया लेकिन उसे रुपये नहीं मिले। वह यहां रेलवे का कांटैक्ट वायर लेकर आया है, उसे अचानक पैसों की सख्त जरूरत पड़ गई। कुछ काम ऐसे थे जो बिना पैसे के पूरे नहीं हो सकते। यदि उसे समय से पैसे मिल गए होते तो वह उसी दिन जयपुर लौट गया होता।

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रेलवे कालोनी स्थित एटीएम प्लाजा पर जयपुर के गोपाल पासवान से मुलाकात हुई तो उसका दर्द छलक कर सामने आ गया। जब उसे बताया गया कि फलां एटीएम में रुपये हैं, वह बदहवास होकर एटीएम की तरफ भागने लगा। जागरण टीम ने उसे धैर्य बंधाया और नजदीक के जिस एटीएम में रुपये थे, वहां उसे ले गई। उसे रुपये मिल गए।

यह अकेले गोपाल की कहानी नहीं है। शहर में बाहर से आ रहे बड़ी संख्या में लोग एटीएम ड्राई होने से परेशान हैं। पिछले लगभग एक सप्ताह से ज्यादातर एटीएम ड्राई चल रहे हैं। गुरुवार को सुबह कुछ एटीएम में कैश डाले गए लेकिन एक-दो घंटे बाद वे पुन: खाली हो गए। सुबह इलाहाबाद बैंक की विश्वविद्यालय शाखा व रेलवे कालोनी की एसबीआइ शाखा का एटीएम चल रहा था। रेलवे कालोनी में स्थित चार बैंकों-एसबीआइ, पीएनबी, आइडीबीआइ व इलाहाबाद बैंक के एटीएम ड्राई थे। गार्ड ने बताया कि पीएनबी के एटीएम में कल पैसा पड़ा था जो एक घंटे में ही खत्म हो गया था। उसके बाद नहीं पड़ा। रेलवे स्टेशन परिसर में एसबीआइ व बैंक आफ बड़ौदा का एटीएम है, दोनों का शटर गिरा हुआ था। मोहद्दीपुर में लगभग दस एटीएम हैं जिनमें से केवल दो- एसबीआइ व बैंक आफ बड़ौदा का एटीएम चल रहा था। रुस्तमपुर, तारामंडल, बैंक रोड, पार्क रोड, असुरन व मेडिकल कालेज रोड पर स्थित अनेक एटीएम से दोपहर तक पैसे निकले लेकिन थोड़ी देर बाद सभी ड्राई हो गए। पीएनबी सिविल लाइंस के एटीएम पर 'पैसा नहीं है' का बोर्ड लगा था। पार्क रोड पर एचडीएफसी के एटीएम में कैश नहीं था, वहीं आइडीबीआइ व यश बैंक के एटीएम चल रहे थे। कोटक म¨हद्रा बैंक के गार्ड ने बताया कि पैसे हैं लेकिन सरवर काम नहीं कर रहा है। शाम को शहर के बीच में केवल बैंक रोड स्थित एसबीआइ का एटीएम प्लाजा चल रहा था।

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मैं जयपुर से आया हूं, कुछ ऐसा काम फंस गया है जो पैसे के बिना नहीं हो सकता, इसलिए चार दिन से यहां रुका हुआ हूं। अपरिचित हूं, इसलिए आटो लेकर जाना पड़ रहा है। मैंने एटीएम में रुपये खोजने में चार सौ रुपये खर्च कर दिया है।

-गोपाल पासवान, जयपुर

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मोतीराम, चौरीचौरा में भी एटीएम में रुपये नहीं हैं। मैं मोतीराम से खोजता हुआ यहां सीएस चौराहे तक आया हूं। कहीं रुपये नहीं मिले। इंजीनिय¨रग कालेज, मोहद्दीपुर सभी जगह एटीएम खाली हैं। इलाहाबाद बैंक के एटीएम में अब रुपये मिले हैं।

-जितेंद्र कुमार, मोतीराम

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असुरन, मेडिकल कालेज रोड, राप्तीनगर कहीं एटीएम में कैश नहीं है। मैं राप्तीनगर से खोजता हुआ यहां रेलवे कालोनी के एटीएम प्लाजा पर आया हूं। गीता वाटिका रोड के एटीएम भी खाली पड़े हैं। चार दिन परेशान हूं। रुपये नहीं मिल रहे हैं।

-मुकेश श्रीवास्तव, राप्तीनगर

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इस समय 11.30 बजने को हैं, मैं सुबह से लेकर शहर के बीच के इलाके के लगभग सभी एटीएम चेक कर चुका हूं, कहीं रुपये नहीं हैं। एटीएम प्लाजा पर यह सोचकर आया कि यहां तो रुपये मिल ही जाएंगे, यहां भी निराशा ही मिली।

-संजय अग्रवाल, रेती चौक

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एसबीआइ के सभी एटीएम में कैश सुबह ही भरवा दिए गए थे। यह स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि जो एटीएम खाली हों, उन्हें तत्काल भर दिया जाए। इसके लिए एक टीम लगाई है, जिसका काम ही केवल एटीएम में कैश भरना है।

-एम. साद इम्तियाज हुसैनी, डीजीएम, एसबीआइ

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आरबीआइ से आए 50 करोड़

लंबे समय से कैश के लिए परेशान शहर को आरबीआइ (भारतीय रिजर्व बैंक) ने लगभग 50 करोड़ रुपये भेजकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली। ये रुपये एसबीआइ के करेंसी चेस्ट में आए हैं। इसमें भी कई बैंकों के रुपये हैं। एक बैंक को आठ-दस करोड़ से ज्यादा नहीं मिलने वाले। यदि ये रुपये केवल एटीएम में भर दिए जाएं तो अधिकतम तीन-चार दिन में खत्म हो जाएंगे।


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