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गोरखपुर जेल में साथी की पिटाई से नाराज बंदियों ने शुरू की भूख हड़ताल Gorakhpur News

जेल में बंदी की पिटाई पर उसके साथियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। आरोप है कि रुपये के लिए बंदी को प्रताडि़त किया जा रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 29 Jul 2019 12:45 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jul 2019 03:28 PM (IST)
गोरखपुर जेल में साथी की पिटाई से नाराज बंदियों ने शुरू की भूख हड़ताल Gorakhpur News
गोरखपुर जेल में साथी की पिटाई से नाराज बंदियों ने शुरू की भूख हड़ताल Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। जेल में शातिर बदमाश की पिटाई पर उसके साथियों ने भोजन छोड़ दिया है। आरोप है कि रुपये के लिए बंदी को प्रताडि़त किया जा रहा है। रविवार को जेल में मिलने गए बदमाश के भाई ने बाहर निकले के बाद यह जानकारी दी। उसने एक पर्ची भी दिखायी, जिसमें घटनाक्रम का जिक्र है। हालांकि जेल प्रशासन घटना से इन्कार कर रहा है।

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चौरीचौरा के रौउतनिया का रहने वाला सुजीत पासवान गोरखपुर जेल के बैरक नंबर चार में बंद है। रविवार को बदमाश का छोटा भाई बीरू गांव की दो महिलाओं के साथ उससे मिलने जेल गया था। मुलाकात के बाद वह बाहर निकला। उसने बताया कि 26 जुलाई को सुजीत पेशी पर कचहरी आया था। लौटने के बाद हेड वार्डर उससे रुपये मांग रहा था। न देने पर उसे बेरहमी से पीटा गया, जिसमें उसका सिर फट गया।

उपचार कराए बिना ही उसे हाई सिक्योरिटी बैरक में डाल दिया गया। घटना के बाद से सुजीत के साथ रहने वाले 20 बंदी तीन दिन से भूख हड़ताल पर हैं। जेल प्रशासन हड़ताल से इनकार कर रहा है। चोट लगने के पीछे फिसलकर गिरने का तर्क दिया जा रहा है।

मुठभेड़ में गिरफ्तार हुआ था सुजीत

क्राइम ब्रांच और चौरीचौरा थाने की पुलिस ने 30 नवंबर 2018 की रात कुसम्ही जंगल में बदमाश सुजीत पासवान और उसके साथी मनीष को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। पैर में गोली लगने से मनीष घायल हो गया था। गिरोह का सरगना मिथुन पासवान पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। सुजीत चौरीचौरा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ लूट, चोरी और आम्र्स एक्ट के 12 से अधिक मामले दर्ज हैं।

बंदी की पिटाई और भूख हड़ताल की खबर गलत है। सभी बंदी खाना खा रहे हैं। स्थिति पूरी तरह से सामान्य है। कुछ कैदियों को दूसरी जेल में शिफ्ट किया जा रहा है। दबाव बनाने के लिए वह अफवाह फैला रहे हैं। - डॉ. रामधनी, वरिष्ठ जेल अधीक्षक

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