सालों बाद पुराने दोस्त मिले तो ताजा हो गईं यादें Gorakhpur News
विद्यालय के पूर्व छात्र डा.मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा कि मैं जब भी पक्कीबाग आता हूं तो विद्यार्थी बन जाता हूं। हमारी प्राथमिकता रहती है कि अपने सहपाठी साथ बने रहें। हमेशा पूर्व छात्र अपने सहपाठियों को साथ लेकर चलते रहें।
गोरखपुर, जेएनएन। पहले गर्मजोशी से एक दूसरे से गले मिले। हंसी-ठहाके लगे और फिर हालचाल पूछा। विद्यार्थी जीवन की पुरानी स्मृतियों को साझा किया तो एक बार फिर पढ़ाई के दिनों की यादें ताजा हो गईं।
अवसर था सरस्वती शिशु मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पक्कीबाग में सोमवार को स्वावलंबी पुरातन छात्र सम्मेलन का। मेरा विद्यालय मेरा गौरव कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि व विद्यालय के पूर्व छात्र डा.मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा कि मैं जब भी पक्कीबाग आता हूं तो विद्यार्थी बन जाता हूं। हमारी प्राथमिकता रहती है कि अपने सहपाठी साथ बने रहें। हमेशा पूर्व छात्र अपने सहपाठियों को साथ लेकर चलते रहें।
पूर्व छात्रों से की गई अपील
बतौर विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय सेवा संयोजक विद्या भारती पूर्वी उप्र क्षेत्र योगेश ने कहा कि इस विद्यालय में कई ऐसे छात्र हैं जिनके अभिभावक कोरोना संकट में शुल्क देने में असमर्थ हैं। जबकि कई ऐसे विद्यालय भी हैं जहां आचार्यों के वेतन का प्रबंध भी करना मुश्किल हो गया है। ऐसे में पूर्व छात्रों का दायित्व बनता है कि वे आगे आकर ऐसे छात्रों व विद्यालयों को गोद लेकर सहयोग करें। प्रदेश निरीक्षक कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि पूर्व छात्र वास्तव में विद्या भारती की धरोहर हैं। कोरोना में हमारे विद्यालय के तमाम आचार्य ऐसे हैं, जिन्हें वेतन देने में विद्यालय असमर्थ हैं। ऐसे में आप सभी इनका सहयोग करें।
विभाग संघ चालक व हड्डी रोग विशेषज्ञ डा.महेंद्र अग्रवाल ने कहा कि विद्यालय के बिना हमारा जीवन अधूरा है। प्रधानाचार्य धीरेंद्र कुमार सिंह ने मेरा विद्यालय मेरा गौरव विषय की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि 1952 से लेकर अब तक जितने भी छात्र इस विद्या के मंदिर से शिक्षा ग्रहण कर निकले सभी आज विभिन्न स्थानों पर विद्यालय का गौरव बढ़ा रहे हैं। अध्यक्षता करते हुए होम्योपैथ चिकित्सक डा.सूर्यकांत त्रिपाठी ने सभी से इस संकट में पूर्व छात्र को सहयोग के लिए आगे आने का आह्वान किया। संचालन निर्मल यादव ने किया। इस अवसर पर अपर्णा मिश्रा, प्रांजल दूबे, श्रीनाथ बराट, सृष्टि श्रीवास्तव, प्रो.कीर्ति पांडेय, आलोक व राजेश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।