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अपने ही बुने जाल में उलझता चला गया अनस Gorakhpur News

सईद अहमद की मौत को हत्या मानकर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो कई सवाल खड़े होने लगे। जिनके जवाब घटना को खुदकशी बताने वाले अनस या उस रात घर में मौजूद किसी भी सदस्य के पास नहीं थे।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Mon, 02 Mar 2020 11:14 AM (IST)Updated: Mon, 02 Mar 2020 02:11 PM (IST)
अपने ही बुने जाल में उलझता चला गया अनस Gorakhpur News
अपने ही बुने जाल में उलझता चला गया अनस Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। पिता की हत्या करने के बाद घटना को खुदकशी बताने वाला अनस अपने ही बुने जाल में उलझता चला गया। अपनी कहानी को पुख्ता बनाने के लिए उसने जो साक्ष्य गढ़ थे, बाद में हत्या की बात सामने आने के बाद वही उसके विरुद्ध सबूत बनकर खड़े हो गए। यहां तक की पिता के गोली मारकर खुदकशी करने की दी गई लिखित सूचना को भी पुलिस ने उसके विरुद्ध सबूत के तौर पर इस्तेमाल कर लिया।

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तफ्तीश में उठे सवालों से घिरता गया अनस

सईद अहमद की मौत को हत्या मानकर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो कई सवाल खड़े होने लगे। जिनके जवाब घटना को खुदकशी बताने वाले अनस या उस रात घर में मौजूद किसी भी सदस्य के पास नहीं थे। पुलिस को घटना की सूचना देने के लिए अनस ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी ने फोन किया था। 112 नंबर पर फोन कर बताया कि उसके ससुर ने खुद को गोली मार ली है और उनकी मौत हो चुकी है। सामान्य तौर पर परिवार के लोगों को जब पता चला कि सईद अहमद ने खुद को गोली मार ली है तो उन्हें पहले अस्पताल ले जाना चाहिए था। बिना अस्पताल ले गए उन्हें कैसे पता चल गया कि उनकी मौत हो चुकी है? पुलिस ने इसका मतलब यह निकाला कि दवा व्यवसायी की मौत होने के प्रति आश्वस्त होने के बाद ही उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी।

हैंडवाश और बैलिस्टिक रिपोर्ट से स्पष्ट हो गई कहानी

कोई व्यक्ति पिस्टल से गोली चलाता है तो बारूद के कुछ कण उसके हाथ में चिपक जाते हैं। हैंडवाश के परीक्षण में सईद अहमद के हाथ में बारूद के कण नहीं मिले, लेकिन बैलिस्टिक रिपोर्ट में इस बात का स्पष्ट उल्लेख था कि गोली उसी पिस्टल से चलाई गई थी, जो घटना के बाद व्यवसायी के हाथ में मिली थी। दोनों रिपोर्ट से साफ हो गया कि गोली किसी और ने मारी थी। बाद में पिस्टल उनके हाथ में इस तरह से फंसा दी गई थी कि लगे कि उन्होंने खुद को गोली मारी है। चूंकी अनस बार-बार पिता के खुदकशी करने का दावा कर रहा था इसलिए पुलिस ने इसके पीछे प्रथमदृष्टया उसी का हाथ माना।

मोहल्ले के लोगों को दी थी धमकी

दवा व्यवसायी की मौत के मामले में दैनिक जागरण में लगातार खबरें छप रही थीं। इसमें खुदकशी के दावे को खारिज करने के साथ ही व्यवसायी की हत्या होने और उसके पीछे परिवार के ही किसी सदस्य का हाथ होने के तर्क और सबूत दिए जा रहे थे। अनस को अंदेशा था कि मोहल्ले के ही कुछ लोग सारी बातें लीक कर रहे हैं, जिसकी वजह से इस तरह से खबरें छप रही हैं। इस पर रोक लगाने के लिए कुछ दिन पहले मोहल्ले के कई लोगों को उसने काफी डराया-धमकाया था।


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