ISIS दो आतंकियों के UP के रास्ते नेपाल जाने की सूचना पर अलर्ट Gorakhpur News
खुफिया एजेंसियों ने यूपी के सिद्धार्थनगर महराजगंज या कुशीनगर जिले से होकर आइएस के दो आपतंकियों के नेपाल जाने की सूचना दी है।
गोरखपुर, जेएनएन। आतंकी संगठन ISIS से जुड़े दो कुख्यात आतंकी उत्तर प्रदेश से होकर नेपाल भागने की फिराक में हैं। खुफिया एजेंसियों ने सिद्धार्थनगर, महराजगंज या कुशीनगर जिले से होकर उनके नेपाल जाने की सूचना दी है। यह इनपुट मिलने के बाद एडीजी दावा शेरपा ने जोन के सभी पुलिस कप्तानों को पत्र लिखकर अलर्ट जारी किया है। साथ ही सीमा पर कड़ी चौकसी बरतने का निर्देश दिया है। सभी जिलों की पुलिस और भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा में तैनात एसएसबी को दोनों आतंकियों की फोटो भी उपलब्ध कराई गई है।
नेपाल के रास्ते पाकिस्तान जाने की आशंका
खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण भारत से ताल्लुक रखने वाले ख्वाजा मोइनुद्दीन और अब्दुल मसद, आतंकी संगठन आइएस से जुड़े हैं। दोनों को आखिरी बार 22 दिसंबर 2019 को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में देखा गया था। खुफिया एजेंसियां उनके पीछे थी लेकिन, चकमा देकर वे गायब होने में कामयाब हो गए। इसके बाद ही उनके उत्तर प्रदेश से होकर नेपाल भागने की सूचना जारी की गई। नेपाल से उनके पाकिस्तान जाने की आशंका जताई गई है। खुफिया एजेंसियों ने दोनों आतंकियों की फोटो भी जारी की है।
एनआइ ने चेन्नई में पकड़ा था
ख्वाजा मोइनुद्दीन को सितंबर 2017 में एनआइए ने चेन्नई में पकड़ा था। पूछताछ में पता चला था कि वह काफी दिनों से सीरिया में रहा था। सीरिया से लौटने के बाद दक्षिण भारत में सक्रिय रहकर वह युवाओं को ब्रेनवाश कर आइएस और आइएम से जोडऩे का काम कर रहा था। जमानत पर छूटने के बाद दोबारा आतंकी गतिविधियों में लिप्त हो गया। दूसरे आतंकी अब्दुल मसद को फरवरी 2018 में गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ में पुणे ब्लास्ट में शामिल आतंकियों से उसके तार जुड़े होने की बात सामने आई थी।
दो आतंकियों के उत्तर प्रदेश के रास्ते नेपाल भागने के फिराक में होने की सूचना मिली है। 22 दिसंबर 2019 को उन्हें सिलीगुड़ी में देखा गया था। उनको दबोचने के लिए जोन में अलर्ट जारी किया गया है। सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। - दावा शेरपा, एडीजी जोन, गोरखपुर
सोनौली सीमा पर बढ़ाई गई सतर्कता
खुफिया विभाग के अधिकारियों ने आतंकियों की तस्वीर भी सोनौली सीमा पर चस्पा कर सतर्कता बढ़ा दी है। डॉग स्क्वायड, मेटल डिटेक्टर व बैग स्कैनर की भी मदद ली जा रही है। एसएसबी के इंस्पेक्टर अमित कुमार ने बताया कि जांच पड़ताल के बाद ही लोगों को आने-जाने दिया जा रहा है।