Gorakhpur AIIMS: मातृ-शिशु मृत्यु की रोकथाम के लिए एम्स ने शुरू किए प्रयास Gorakhpur News
पूर्वांचल में लोगों को स्वस्थ जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त करने का प्रयास शुरू हो चुका है। इसके लिए 10 व 11 दिसंबर को एम्स में बैठक होगी। पहले दिन की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वांचल में मातृ एवं शिशु मृत्यु की रोकथाम के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। गोरखपुर-बस्ती मंडल के सभी जिलों से सुझाव मांगे गए हैं। जिलों में और कौन सी बीमारियां जान ले रही हैं, इसका भी ब्योरा उपलब्ध कराने को कहा गया है, ताकि उन पर शोध हो सके और बचाव के उपाय खोजे जा सकें।
पूर्वांचल में लोगों को स्वस्थ जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त करने का प्रयास शुरू हो चुका है। इसके लिए 10 व 11 दिसंबर को एम्स में बैठक होगी। पहले दिन की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे। दूसरे दिन की बैठक में बाबा राघव दास मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा.गणेश कुमार तथा जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। स्वास्थ्य सुधार संबंधी विषयों पर मंथन किया जाएगा। मीडिया प्रभारी डा. गौरव गुप्ता ने बताया कि तैयारियां चल रही हैं। उम्मीद है एक-दो दिन में सभी जिलों से सुझाव आ जाएंगे।
इंसेफ्लाइटिस पर होगा शोध
एम्स पूर्वांचल की जानलेवा बीमारी इंसेफ्लाइटिस पर शोध करेगा। साथ ही अन्य बीमारियों के कारणों की भी पड़ताल की जाएगी। खासकर जलजमाव वाले इलाकों में व रामगढ़ ताल पर शोध कर पता लगाया जाएगा कि इनसे कौन सी बीमारियां पैदा हो रही हैं। रामगढ़ ताल में म'छरों के लार्वा की पहचान की जाएगी।
ग्रामीण क्षेत्र में दो जगह खुली ओपीडी
एम्स ने लोगों की चिकित्सा सुविधा के लिए ग्रामीण क्षेत्र में दो जगह ओपीडी शुरू कर दी है। सरदार नगर के डुमरी खास गांव व खोराबार के शिवपुर में ओपीडी संचालित की जा रही है। वहां मरीजों का रजिस्ट्रेशन कार्ड भी बनाया जा रहा है। गंभीर मरीजों को एम्स भेजकर उसी कार्ड पर इलाज किया जा रहा है। मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग से दवाएं मांगी हैं। सीएमओ डा.श्रीकांत तिवारी ने बताया कि सामान्य दवाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी।