Gorakhpur AIIMS: डॉक्टर अब बाहर निकलकर करेंगे इलाज, यहां शुरू होगी ओपीडी
इलाज की बेहतर सुविधा देने के लिए कम्युनिटी मेडिसिन एंड फैमिली मेडिसिन विभाग ने दो सीएचसी को गोद लिया है। इन सीएचसी में स्वास्थ्य विभाग के लैब टेक्निशियन और पैरामेडिकल स्टाफ रहेंगे लेकिन इलाज एम्स के डॉक्टर करेंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर के डॉक्टर अब दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में इलाज की जिम्मेदारी संभालेंगे। छह अक्टूबर को इसकी शुरुआत खोराबार ब्लॉक के शिवपुर सीएचसी से शुरू होगी। जल्द ही सरदारनगर ब्लॉक के डुमरी सीएचसी में भी मरीजों का इलाज एम्स के डॉक्टर करेंगे। शिवपुर में अभी हफ्ते में मंगलवार और शुक्रवार को डॉक्टर ओपीडी में मौजूद रहेंगे। मरीजों की संख्या बढऩे के बाद ओपीडी रोजाना करने की योजना है।
एम्स के डाक्टरों ने दो अस्पातालों को लिया है गोद
एम्स के आसपास के इलाकों में लोगों को उनके घर के पास इलाज की बेहतर सुविधा देने के लिए कम्युनिटी मेडिसिन एंड फैमिली मेडिसिन विभाग ने दो सीएचसी को गोद लिया है। इन सीएचसी में स्वास्थ्य विभाग के लैब टेक्निशियन और पैरामेडिकल स्टाफ रहेंगे लेकिन इलाज एम्स के डॉक्टर करेंगे।
20 रुपये में पंजीकरण, 10 रुपये शुल्क
शिवपुर सीएचसी में ओपीडी शुरू होने के साथ इलाज के लिए आए मरीजों से 30 रुपये जमा कराए जाएंगे। इनमें से 20 रुपये एक साल के पंजीकरण और 10 रुपये ओपीडी के शुल्क के हैं। सीएचसी में पंजीकरण कराने वाले मरीजों को यदि जरूरत पडऩे पर एम्स बुलाया जा रहा है तो उनसे पंजीकरण शुल्क नहीं लिया जाएगा।
मेडिको लीगल नहीं करेंगे
एम्स के डॉक्टर सीएचसी की पूरी व्यवस्था देखेंगे लेकिन मेडिको लीगल वह नहीं करेंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉक्टर की तैनाती की जाएगी। ग्रामीणों के बीच में रहकर बीमारियों और इलाज से होने वाले फायदों की जानकारी के लिए डॉक्टरों के रात में भी सीएचसी में रुकने की योजना है। सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी के अनुसार एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन एंड फैमिली मेडिसिन विभाग की ओर से छह अक्टूबर को शिवपुर में स्वास्थ्य सेवाओं की शुरुआत की जा रही है। डुमरी में रंगाई-पोताई का काम तेजी से चल रहा है। काम पूरा होते ही एम्स के डॉक्टर वहां भी जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को इससे काफी फायदा मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग एम्स का पूरा सहयोग करेगा।