43 साल बाद वापस मिली 70 लाख की संपत्ति, इनके के कब्जे में था गोरखपुर नगर निगम का भवन Gorakhpur News
नकहा नंबर दो भगवानपुर कोइरी टोला में नगर निगम के मकान और जमीन पर माया देवी पत्नी दीप नारायण सिंह का कब्जा था। दीप नारायण फर्टिलाइजर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया के इंजीनियर थे।
गोरखपुर, जेएनएन। नगर निगम को 43 साल बाद अपनी 70 लाख की संपत्ति वापस मिल गई है। सेवानिवृत्त इंजीनियर ने महापौर से मुलाकात कर संपत्ति वापस कर दी। महापौर सीताराम जायसवाल ने इसका श्रेय उपसभापति बृजेश सिंह छोटू के प्रयास को दिया।
मकान और जमीन पर था अवैध कब्जा
नकहा नंबर दो भगवानपुर कोइरी टोला में नगर निगम के मकान और जमीन पर माया देवी पत्नी दीप नारायण सिंह का कब्जा था। दीप नारायण फर्टिलाइजर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया के सेवानिवृत्त इंजीनियर हैं। भगवानपुर कोइरी टोला में दो कमरे में वह रहते थे। यह संपत्ति नगर निगम की है।
महापौर ने बाकी कब्जेदारों से की अपील
महापौर ने कहा कि नगर निगम को कीमती मकान व जमीन वापस कर दीप नारायण ने बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने अपील की कि नगर निगम की जमीन पर कब्जा करने वाले खुद ही इसे वापस कर जिम्मेदार नागरिक बनें। इस दौरान सहायक नगर आयुक्त संजय शुक्ल, पार्षद आलोक सिंह विशेन, देवेंद्र कुमार गौड़ पिंटू, चंद्रप्रकाश सिंह, संजय यादव, सबी कुमार चौहान, चन्द्रशेखर सिंह आदि मौजूद रहे।