महिला शिक्षक हत्याकांड : लूट में छूट देने का खामियाजा भुगतेगी पुलिस
पिछले चार दिनों में गोरखपुर पुलिस के कई गुडवर्क से डीआइजी राजेश मोदक खुश हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने कई घटनाओं का पर्दाफाश किया है लेकिन तिवारीपुर थाने की पुलिस से एक चूक भी हुई है।
गोरखपुर, जेएनएन। शाहपुर थाना क्षेत्र में प्रधानाध्यापिका निवेदिता उर्फ डेविना मेजर की हत्या से पूर्व आरोपित त्रिभुवन सिंह व दीपक नेभानी ने तिवारीपुर थाना क्षेत्र में एक महिला की चेन लूटी थी। तिवारीपुर पुलिस ने इसकी अनदेखी की थी। डीआइजी रेंज इसे गंभीर लापरवाही मान रहे हैं। उनके मुताबिक इस मामले में थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
पिछले चार दिनों में गोरखपुर पुलिस के कई गुडवर्क से डीआइजी राजेश मोदक खुश हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने कई घटनाओं का पर्दाफाश किया है, लेकिन तिवारीपुर थाने की पुलिस से एक चूक भी हुई है। डेविना हत्याकांड के आरोपितों ने एक महिला के साथ चेन लूट की घटना को अंजाम दिया था। तिवारीपुर पुलिस ने इसका संज्ञान लिया होता तो शायद आरोपित पहले ही पकड़ लिए जाते। या पुलिस उनकी तलाश में होती तो वह भागते-फिरते। ऐसे में संभव था कि डेविना की जान बच जाती।
अब चौकी पुलिस तैयार करेगी टाप-फाइव की सूची
अपराध को नियंत्रित करने के लिए जिले व थाना स्तर पर टाप-10 बदमाशों की सूची तैयार की गई है। अब सभी चौकी प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि वह टाप-फाइव अपराधियों की सूची तैयार करें। एसएसपी जोगेंद्र कुमार का कहना है कि इस सूची से अपराधियों की चौकी स्तर पर ही निगरानी हो सकेगी।
पुलिस के नोडल अफसर करेंगे फर्जी शिक्षकों की निगरानी
परिषदीय विद्यालयों में तैनात रहे फर्जी शिक्षकों की निगरानी के लिए जल्द ही एक पुलिस अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। यह नोडल अधिकारी बर्खास्त फर्जी शिक्षकों की गतिविधियों और उन पर दर्ज मुकदमों की प्रगति पर नजर रखेंगे। जिले में अभी तक 71 फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। कई की अभी जांच चल रही है। 50 बर्खास्त शिक्षकों पर विभिन्न थाना क्षेत्रों में जालसाजी के मुकदमे भी दर्ज हो चुके हैं। डीआइजी रेंज राजेश मोदक ने बताया कि जल्द की एक नोडल अधिकारी को जिम्मेदारी दी जाएगी, जो फर्जी शिक्षकों से संबंधित मामलों की निगरानी करेंगे।