एप बताएगा बीमार बच्चों का हाल
गोरखपुर : स्कूलों में न केवल बच्चों की सेहत की जांच होगी, बल्कि बीमार बच्चों को इलाज के ि
गोरखपुर : स्कूलों में न केवल बच्चों की सेहत की जांच होगी, बल्कि बीमार बच्चों को इलाज के लिए अस्तपाल में भी रेफर किया जाएगा। बीमार बच्चों का इलाज हुआ या नहीं इसकी निगरानी 'आरबीएसके' ऐप के जरिए की जाएगी। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए विकसित किए गए इस ऐप के लिए बुलाई गई कार्यशाला में विशेषज्ञों ने इसके संचालन के बारे में अधिकारियों को जानकारी दी।
कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यशाला में जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने सभी संबंधित अधिकारियों और जिम्मेदार कर्मचारियों को इस ऐप का इस्तेमाल कर बच्चों की सेहत संबंधी ब्योरे को अपडेट करने का निर्देश दिया। यही नहीं उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रीय कार्यक्रम के एप का प्रयोग जेई, एईएस के लिए भी किया जाए। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक ब्लाक में दो दल गठित है जिसमें दो डाक्टर और दो स्टाफ होंगे। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्र पर पंजीकृत बच्चों का वहीं पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। इसके लिए अलग-अलग दिन तारीख तय होगी। बीमार मिलने वाले बच्चों को इलाज के लिए सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पताल भेजा जाएगा।
ऐप बताएगा कि कौन सी टीम, किस दिन, किस जगह पर जा रही है। उस दिन स्कूल के सभी बच्चे उपस्थित रहें, यह तय करना वहां के प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी होगी। बीमार बच्चे किस सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पताल, मेडिकल कालेज जा रहे हैं, इसे डाक्टर उस ऐप पर अपलोड करेंगे। पूर्व सूचना होने पर डाक्टर उनका समुचित इलाज कर सकेंगे। ऐप संचालन के लिए सभी संबंधित को यूजर और आईडी दी जाएगी, जिससे वह रोजाना ऐप खोलकर सूचना को अपलोड कर सकेंगे।
एप में यह देखा जा सकेगा कि बीमार बच्चों का समुचित इलाज हुआ या नहीं। बीमारी के बाद स्वस्थ्य बच्चे के नाम के आगे हरा रंग, इलाज चलने के दौरान पीला रंग तथा इलाज लंबित होने पर लाल रंग शो करेगा। रेफर किया गया बच्चा बिना इलाज के वापस तो नही, इसकी जानकारी भी ऐप से हो जाएगी। इसका ब्योरा ऐप में दर्ज करने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की होगी। कार्यशाला के दौरान ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर नीरज कुमार तथा दीपेश ने एप के बारे में जानकारी दी। इस दौरान सीडीओ अनुज सिंह, ज्ञानेन्द्र भदौरिया, रामसागर पति त्रिपाठी, मीनू सिंह, हिमांशु शेखर ठाकुर समेत सभी ब्लाक शिक्षा अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी आदि मौजूद रहे।