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Gorakhpur Lockdown update : प्रधानमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन देंगे 50 हजार रेलकर्मी Gorakhpur News

पूर्वोत्तर रेलवे के लगभग 50 हजार रेलकर्मियों ने प्रधानमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन देने का निर्णय लिया है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 28 Mar 2020 08:02 PM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2020 08:02 PM (IST)
Gorakhpur Lockdown update : प्रधानमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन देंगे 50 हजार रेलकर्मी Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस की महामारी के कारण उपजे संकट की घड़ी में रेलकर्मियों ने प्रधानमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन देने का निर्णय लिया है। इसमें पूर्वोत्तर रेलवे के लगभग 50 हजार रेलकर्मी भी शामिल हैं। यह जानकारी मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने दी है।

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लॉकडाउन में दुरुस्त कर रहे पटरियों के कील-कांटे

लॉकडाउन में भी मालगाडिय़ों का संचलन चालू है। ट्रैक पर दबाव कम है और रेल प्रशासन इस मौके का ठीक से नियोजन करने में जुटा हुआ है। इस क्रम में पटरियों के कील-कांटे दुरुस्त किए जा रहे हैं। ताकि मालगाडिय़ां ही नहीं लॉकडाउन के बाद यात्री ट्रेनों का संचलन भी पूरी तरह ठीक रहे।

रेल लाइनों पर मुस्‍तैद हैं कर्मचारी

मालगाडिय़ों के संचलन के लिए रेल लाइनों पर सुपरवाइजर, गैंगमैन और कीमैन मुस्तैद हैं। रेल ब्रिज (पुल), स्टेशनों के यार्ड में स्थित प्वाइंट क्रासिंग तथा कर्व (घुमावदार रेल लाइन) पर स्लीपर और रेल लाइनों को जोडऩे वाले नट-बोल्ट की आयलिंग, ग्रिसिंग की जा रही है। ग्रिसिंग का कार्य नट-बोल्ट और रेल लाइन को जंग से सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है। इनके अलावा रेल लाइनों पर फैले कंकरीट भी सही किए जा रहे हैं। लाइनों पर जहां पहले से कुछ तकनीकी खामी थी, उसे प्राथमिकता के तहत दुरुस्त किया जा रहा है। ये सभी कार्य पहले भी होते रहे हैं लेकिन दबाव कम होने से कार्य बेहतर करने में आसानी हो रही है।

हो रही है रेल लाइनों की मरम्‍मत

एनई रेलवे के पीआरओ पंकज कुमार सिंह का कहना है क‍ि वर्तमान स्थिति में संरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए समय सारिणी से रेल लाइनों पर मरम्मत कार्य कराया जा रहा है। नट-बोल्ट की आयलिंग और ग्रिसिंग हो रही है ताकि उनका क्षरण न हो। गर्मी बढ़ रही है। इस परिस्थिति में गैंगमैन और कीमैन की पेट्रोलिंग शुरू करा दी गई है। संबंधित रेलकर्मियों की नियमित काउंसिलिंग कराई जा रही है।

रेल लाइनों पर भी लागू है शारीरिक दूरी

लॉकडाउन के दौरान रेल लाइनों पर भी शारीरिक दूरी (फिजिकल डिस्टेंस) लागू है। पटरियों पर कार्य करने वाले गैंगमैन एक मीटर की दूरी बनाकर ही मरम्मत का कार्य कर रहे हैं। इतनी सतर्कता के बाद भी कार्य से लौटने के बाद उनका थर्मल स्कैनिंग कराया जा रहा है।

फिजिकल डिस्टेंस बनाकर कार्य करने के निर्देश

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार संरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए रेल लाइनों पर नियमित कार्य चल रहा है। गैंगमैन को निर्देशित किया गया है कि वे फिजिकल डिस्टेंस बनाकर ही कार्य करें। उनके लिए ग्लब्स, मास्क और सैनिटाइजर की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है। रेलवे के संबंधित अधिकारी स्वयं रेल लाइनों पर पहुंचकर गैंगमैन, प्वाइंटमैन और कीमैन का मनोबल बढ़ा रहे हैं। 


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