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गोरखपुर के 32 गांवों की हाल, इन्‍हें शहर की सुविधा भी नहीं मिली और गांव से भी हो गए बेदखल

पहले यह गांव जून में ही नगर निगम में शामिल होने थे लेकिन कोरोना के कारण यह तिथि सितंबर तक बढ़ा दी गई थी। एक अक्टूबर से इन गांवों के प्रधानों का खाता सीज कर दिया गया। लेकिन डी-नोटिफिकेशन अभी तक जारी नहीं हुआ।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 10:24 AM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 10:24 AM (IST)
गोरखपुर नगर निगम भवन का फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। गांव से कटे लेकिन नगर निगम में अब तक नहीं जुड़े 32 गांवों के नागरिक परेशान हैं। शहर और गांव के चक्कर में सफाई रुक गई है। प्रधानों का खाता सीज हो जाने के कारण अब उनकी भी रुचि विकास कार्यों में नहीं रह गई है।

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शासन ने शहर से सट 32 गांवों को नगर निगम में शामिल होने की अनुमति दे दी है। पहले यह गांव जून में ही नगर निगम में शामिल होने थे लेकिन कोरोना के कारण यह तिथि सितंबर तक बढ़ा दी गई थी। एक अक्टूबर से इन गांवों के प्रधानों का खाता सीज कर दिया गया लेकिन पंचायती राज विभाग की ओर से डी नोटिफिकेशन जारी न होने के कारण यह गांव अभी नगर निगम में शामिल नहीं हो सके हैं।

आबादी होगी 10 लाख पार

शहर की आबादी एक लाख और बढ़ जाएगी। 32 गांवों के नगर निगम क्षेत्र में शामिल होने के बाद शहर की वर्तमान आबादी 10 लाख से ज्यादा हो जाएगी। हालांकि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार शहर की आबादी तकरीबन 6.82 लाख थी।

यह हो चुके हैं शामिल

1-सिक्टौर तप्पा हवेली

2-रानीडीहा

3-खोराबार उर्फ सूबा बाजार

4-जंगल सिकरी उर्फ खोराबार

5-भरवलिया बुजुर्ग

6-कजाकपुर

7-बडगो

8-मनहट

9-गायघाट बुजुर्ग

10-पथरा

11-रानीबाग

12-गायघाट खुर्द

13-सेमरा देवी प्रसाद

14-गुलरिहा

15-मुडि़ला उर्फ मुड़ेरा

16-मिर्जापुर तप्पा खुटहन

17-करमहा उर्फ कम्हरिया

18-जंगल तिनकोनिया नंबर एक

19-जंगल बहादुर अली

20-नुरुद्दीन चक

21-चकरा दोयम

22-चकरा सेयम

23-रामपुर तप्पा हवेली

24-सेन्दुली बेन्दुली

25-कठवतिया उर्फ कठउर

26-पिपरा तप्पा हवेली

27-झरवा

28-हरसेवकपुर नंबर दो

29-लक्ष्मीपुर तप्पा कस्बा

30-उमरपुर तप्पा खुटहन

31-जंगल हकीम नंबर-2

188 करोड़ से होगा विकास

31 गांवों में 188 करोड़ रुपये से विकास कार्य किया जाएगा। नगर निगम ने इन गांवों का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की थी। बजट के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है।

यह सुविधा मिलेगी

सड़क, नाली, सीवर, स्ट्रीट लाइट, सफाई, कूड़ा उठान

यह होगा फायदा

शहर का हिस्सा बनने से जमीन के रेट बढ़ेंगे, सुविधाएं मिलने से नागरिकों के जीवनस्तर में सुधार होगा

यह देना होगा

जल, सीवर और गृह कर

यह है बजट का प्रस्ताव

सिक्टौर तप्पा हवेली          448.08

जंगल हकीम नंबर दो        1360.58

रानीडीहा                      48.79

खोराबार उर्फ सूबा बाजार    1376.77

जंगल सिकरी उर्फ खोराबार  1126.09

जंगल बहादुर अली           539.15

नुरुद्दीन चक                 235.58

गुलहरिया                      447.89

मुडि़ला उर्फ मुंडेरा            338.19

करमहा उर्फ कम्हरिया        179.06

लक्ष्मीपुर तप्पा कस्बा          331.31

चकरा दोयम                  82.40

चकरा सेयम                  57.60

बडग़ो                        849.89

सेमरा देवी प्रसाद            253.81

जंगल तिकोनिया नंबर एक  506.94

हरसेवकपुर नंबर दो         685.71

उमरपुर तप्पा खुटहन        474.22

भरवलिया बुजुर्ग            1613.79

पथरा                        1060.76

रानीबाग                     398.84

झरवा                        240.94

कठवतिया उर्फ कठउर      311.33

पिपरा तप्पा हवेली           269.78

कजाकपुर                   672.53

गायघाट बुजुर्ग              234.32

गायघाट खुर्द                468.95

सेंदुली बेंदुली               865.86

रामपुर तप्पा हवेली          852.79

मनहट                       137.59

कुल                        16796.07

नोट- आंकड़े लाख में हैं।

226 किलोमीटर हो गया नगर निगम का दायरा

31 गांवों के नगर निगम क्षेत्र में शामिल होने के बाद शहर का दायरा दो सौ किलोमीटर के आंकड़े को पार कर गया है। अब शहर का दायरा 226.6 किलोमीटर हो गया है। इससे पहले शहर का दायरा 145.5 वर्ग किलोमीटर में था।


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