गोरखपुर जेल में बनेगा 24 बेड का अस्पताल, बीमार बंदियों को अब यहीं पर सुविधा Gorakhpur News
नया अस्पताल बनने के बाद डॉक्टरों के साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ की तो तैनाती हाेगी। अत्याधुनिक इंतजाम होने से गंभीर रूप से बीमार बंदियों का भी यहीं पर इलाज संभव हो सकेगा।
गोरखपुर, जेएनएन। जिला जेल में बंदियों के इलाज की और बेहतर व्यवस्था की जा रही है। शासन ने जिला जेल में 24 बेड के अस्पताल की मंजूरी दे दी है। नया अस्पताल बनने के बाद जिला जेल के अस्पताल में बेड की संख्या 54 हो जाएगी। 97 लाख 36 हजार रुपये की लागत से बनने वाले नए अस्पताल के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है।
क्षमता से दोगुना कैदी हैं गोरखपुर जेल में
जिला जेल की क्षमता तकरीबन नौ सौ बंदियों के रखने की है लेकिन यहां वर्तमान में 18 साै से ज्यादा बंदी हैं। बंदियों के बीमार होने पर पहले इन्हें जेल के 30 बेड के अस्पताल में ले जाया जाता है। यहां पहले से ही बंदी भर्ती होने के कारण बीमार बंदियों काे जिला अस्पताल रेफर करना पड़ता है। जिला अस्पताल में भर्ती बंदियों के लिए जेल प्रशासन को अतिरिक्त सुरक्षा की व्यवस्था करनी पड़ती है। कई बार बंदी बीमारी का बहाना बनाकर जिला अस्पताल में भर्ती होते हैं और सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर फरार हो जाते हैं। ज्यादा से ज्यादा बंदियों के इलाज के लिए जेल प्रशासन ने शासन में एक और अस्पताल बनाने का प्रस्ताव भेजा था।
अभी यह है व्यवस्था
जिला जेल में वर्तमान में 30 बेड का अस्पताल है। यहां दो डॉक्टर, दो फार्मासिस्ट और एक एक्सरे टेक्निशियन की तैनाती है। नया अस्पताल बनने के बाद डॉक्टरों के साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ की तो तैनाती हाेगी ही इलाज के अत्याधुनिक इंतजाम होने से गंभीर रूप से बीमार बंदियों का भी यहीं पर इलाज संभव हो सकेगा।
सीएंडडीएस को मिली है जिम्मेदारी
जिला जेल में नया अस्पताल भवन बनाने की जिम्मेदारी जल निगम की कार्यदाई संस्था कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज (सीएंडडीएस) को मिली है। इस संबंध में सीएंडडीएस के निदेशक उमाशंकर दुबे का कहना है कि जिला जेल गोरखपुर में 24 बेड का नया अस्पताल बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। वहीं जेलर प्रेम सागर शुक्ल का कहना है कि नया अस्पताल बनने से बंदियों के इलाज की व्यवस्था और अच्छी हो जाएगी। अभी जेल में 30 बेड का अस्पताल संचालित है।